ग्लोबल अंडरस्टेंडिंग प्रोग्राम के अंतर्गत ईस्ट कैरोलिना यूनिवर्सिटी से मैट्स स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्ट़डीज एंड रिसर्च का एमओयू, विश्व के अनेक देश शामिलरायपुर।
रायपुर, मैट्स विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्ट़डीज एंड रिसर्च के विद्यार्थी ग्लोबल अंडरस्टेंडिंग प्रोग्राम के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं। मैट्स के विद्यार्थी एमओयू के तहत बीजिंग यूनिवर्सिटी, चीन के मैनेजमेंट के विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा करते हैं। इस प्रोग्राम में विश्व के 120 देशों के विद्यार्थी जुड़े हुए हैं जिनमें मैट्स विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग के विद्यार्थी एवं प्राध्यापक भी शामिल हैं।मैट्स विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा ने बताया कि मैट्स विश्वविद्यालय ने ग्लोबल अंडरस्टेंडिंग प्रोग्राम के अंतर्गत ईस्ट कैरोलिना यूनिवर्सिटी, ग्रीनविले, नॉर्थ कैरोलिना यूएसए के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किया है। यह एमओयू उच्च शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। यह एक औपचारिक सहयोगी संबंध की स्थापना को आगे बढ़ाने के लिए इन संस्थानों के बीच सहमति को दर्शाता है। ग्लोबल अंडरस्टेंडिंग प्रोग्राम में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च (एमएसएमएसआर) का एक हिस्सा होने के नाते, छात्र बिजनेस कॉलेज ऑफ बीजिंग यूनियन यूनिवर्सिटी (बीजिंग विश्वविद्यालय), चीन के प्रबंधन विभाग के छात्रों के साथ वैश्विक अनुभव सझा करते हैं। इसके पूर्व मार्च माह में मैट्स के विद्यार्थियों ने पौलेंड के विद्यार्थियों से अपने अनुभव साझा किये थे एवं उनकी संस्कृति की जानकारी प्राप्त की थी। प्रति माह शैड्यूल के आधार पर विद्यार्थी अलग-अलग देशों के विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों से चर्चा कर वैश्विक स्तर पर अनुभव प्राप्त करते हैं। ऑनलाइन सत्र का समन्वय एमएसएमएसआर के विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक डॉ. श्रीनिवास राव के निर्देशन में सहायक प्राध्यापक डॉ. संज्या यादव और डॉ. हेमंत कुमार द्वरा किया जाता है। श्री पंडा ने बताया कि इसके साथ ही विश्वविद्यालय के अन्य सभी विभागों द्वारा नियमित रूप से सभी पाठ्यक्रमों में आनलाइन कक्षाएँ लगाई जा रही हैं तथा विद्यार्थियों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने के निर्देश दिये जा रहे हैं। मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, उपकलुपति डॉ. दीपिका ढांढ, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने इन प्रयासों को सराहनीय बताया है।