नंदकुमार साय और राम विचार नेताम के शराब को लेकर अलग-अलग विचार
रायपुर /16 फरवरी 2022। शराब को लेकर भाजपा नेताओं के विरोधाभासी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के नेता आपस में बैठक कर तय कर ले कि उन्हें शराबबंदी पर बात करनी है या शराब की पिकअप पर? शराब को लेकर भाजपा के नेताओ का अलग-अलग सुर हैं भाजपा के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय आदिवासी क्षेत्रों में शराबबंदी की बात करते हैं और राज्यसभा सदस्य राम विचार नेताम शराब में पिकअप नहीं आने की बात करते हैं भाजपा शराब को लेकर दिग्भ्रमित है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सरकार में रहते 138 साल पुरानी आबकारी नीति को बदल कर सरकारी शराब की दुकान की शुरुआत की थी एक हजार की आबादी से लेकर बड़ी आबादी तक शराब को आसानी से पहुंचाने दुकान उनके द्वारा खोला गया था। यही हाल भाजपा के अन्य प्रदेशों में भी है मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान कि सरकार घर घर में बीयर रखने की छूट दे रही है महिलाओं के लिए शराब की दुकान खोल रही है और पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा नेत्री उमा भारती शराबबंदी की मांग कर रही हैं बिहार में नीतीश कुमार शराबबंदी की बात करते हैं और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष शराब बंदी के नियम को शिथिल करने की बात करते हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस ने शराबबंदी को घोषणा पत्र में शामिल करते वक्त छत्तीसगढ़ के अनुसूचित क्षेत्रों को मिले उनके कानूनी अधिकार के अनुसार शराबबंदी करने की बात को स्पष्ट किया था शराबबंदी के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने राजनीतिक सामाजिक और प्रशासनिक कमेटी का गठन किया है राजनीतिक कमेटी में भाजपा के विधायकों को भी बुलाया गया था लेकिन वो शराबबंदी के लिए गठित राजनीतिक कमेटी में शामिल नहीं हुए हैं इससे समझ में आता है कि भाजपा शराबबंदी के पक्षधर नहीं है।