छत्तीसगढ़ में है जीरो पावर कट मरम्मत कार्यों के अलावा कभी नहीं हुई बिजली बंद
भाजपा नेताओं को बिजली कटौती और मरम्मत कार्यों के लिए बंद हुई बिजली सप्लाई में अंतर नही मालूम
रमन सरकार के दौरान होती रही है बिजली कटौती ब्लैक आउट का काला धब्बा भी लगा था
रायपुर/ 15 फरवरी 2022। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा के सांसद सदन में झूठ बोलकर झूठे आंकड़े प्रस्तुत कर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं। 15 साल में छत्तीसगढ़ में बिजली कटौती बिजली बंद होना और ब्लैक आउट को लेकर जनता रोज सड़कों पर आंदोलन करती रही है कांग्रेस भी जनता की आवाज उठाते रही है बीते 3 साल में छत्तीसगढ़ में बिजली की समस्या को लेकर किसी प्रकार का कोई आंदोलन नहीं हुआ है यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के द्वारा बिजली व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने का परिणाम है। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के 3 साल के कार्यकाल में हर मामले में देश में नई ऊंचाइयों को छुआ है कुपोषण खत्म करने के उपायों को लागू करने में अव्वल है रोजगार उपलब्ध कराने किसानों को उपज की अधिक कीमत देने में,सस्ते दरों में बिजली देने में अव्वल नंबर प्राप्त किया है। जिसके चलते कई उपलब्धियों के साथ केंद्र सरकार ने पुरस्कृत भी किया है पूर्व के रमन सरकार के दौरान में बिजली कटौती और बिजली गुल के साथ ब्लैक आउट जैसे घटनाएं सामान्य थी।बिजली में सरप्लस राज्य होने के बावजूद छत्तीसगढ़ के किसानों को पंप से सिंचाई करने स्थाई कनेक्शन नही दिया गया घरेलू उपभोक्ता को महंगे दरों में बिजली मिलता था छत्तीसगढ़ का कोयला पानी संसाधन का उपयोग करने के बाद भी छत्तीसगढ़ की जनता को सबसे महंगी दरों पर बिजली मिलती रही है प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में जीरो पावर कट राज्य बना है देश में सबसे सस्ते दरों पर बिजली देने वाला राज्य बनी है बिजली बिल हाफ योजना से राज्य के 40लाख घरेलू उपभोक्ताओं को सस्ते दरों पर बिजली मिल रहा है अब तक राज्य के उपभोक्ताओं को लगभग 3 साल में लगभग 5000 करोड़ का लाभ मिला है। 5 लाख50 हजार के करीब किसानों को पंप चलाने बिजली की स्थाई कनेक्शन दिया गया है उद्योगों को भी रियाती दरों में ले बिजली दी जा रही है जिसके चलते उद्योगपति छत्तीसगढ़ में निवेश करने आगे आ रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि सदन में प्रस्तुत आंकड़े भाजपा शासित राज्यों के खस्ताहाल बिजली व्यवस्थाओं को प्रस्तुत कर रहे हिमाचल प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 2562.घण्टा उत्तरप्रदेश में 1749.57 घण्टा,कर्नाटक में 1082.40 घण्टा, हरियाणा में 1014.37 घण्टा, बिहार में 779.65 घण्टा, केरल में 670.12 घण्टा, पांडुचेरी में 564.45 घण्टा,उत्तराखंड में 562 .83 घण्टा बिजली बंद रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पूर्व के रमन सरकार के दौरान बिजली विभाग संसाधनों की कमी से जूझ रहा था रमन सरकार के कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के चलते जो ट्रांसफार्मर की खरीदी की गई थी जिस की गुणवत्ता खराब थी केबल्स हमेशा ब्रेक हो जाते थे ओवरलोडिंग की समस्या रहती थी। तीन समस्याओं को दूर करने काम कांग्रेस सरकार ने किया है प्रदेश के सब स्टेशनों में 115 पावरफुल उच्च क्वालिटी के ट्रांसफार्मर लगाकर ओवरलोडिंग की समस्याओं का हल किया गया है केबल के तार बदले जा रहे हैं 543 फीडरों में मीटर लगाकर बिजली सप्लाई की निगरानी की जा रही है ओवर लोडिंग की समस्या खत्म हुई है। किसी एक फीडर में बिजली सप्लाई में तकनीकी खराबी आने पर उसके मरम्मत करते तो दूसरे फीडर से कनेक्शन को जोड़कर उसकी डर के जनता को बिजली की आपूर्ति की जाती है यह व्यवस्थाएं 15 साल तक नहीं रही है ।