सांसद पहले समझ लें कि मोदी सरकार की भूमिका क्या रही है
फिर ख़ुद से पूछें कि उन्होंने खुद क्या किया
भाजपा सांसदों ने छत्तीसगढ़ को सांसद निधि का पैसा तक नहीं दिया
रायपुर के भाजपा सांसद सुनील सोनी के बयान पर कांग्रेस ने कड़ा ऐतराज़ जताते हुए कहा है कि सुनील सोनी और छत्तीसगढ़ में भाजपा के सभी सांसदों की समझ और बुद्धि पर तरस आता है. कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के सांसदों को कोरोना संकट के समय राजनीतिक चश्मा उतारकर देखना चाहिए कि वास्तव में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की भूमिका क्या है और उन्हें यह भी देखना चाहिए कि उनकी ख़ुद की भूमिका क्या रही है.
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सांसद सुनील सोनी को यदि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बातों पर ग़ुस्सा आ रहा है तो यह उनकी नासमझी है. उन्हें समझना होगा कि कोरोना टेस्ट के लिए किट और चिकित्साकर्मियों के पीपीई (पर्सनल प्रोटक्शन इक्विपमेंट) भेजने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की थी और राज्य के बार बार अनुरोध के बाद भी इसका इंतज़ाम नहीं किया गया. उन्हें पता होना चाहिए कि करोना जांच केंद्रों की स्वीकृति भी केंद्र सरकार ही देती है. शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि यदि यह राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में होता तो अब तक कई केंद्र स्थापित कर दिए गए होते. लेकिन केंद्र की ओर से पहले एम्स रायपुर को अधिकृत किया गया और फिर जगदलपुर में एक केंद्र को स्वीकृति मोदी सरकार ने दी है. अब जाकर रायपुर मेकाहारा को स्वीकृति मिली है.
उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री बघेल ठीक ही कह रहे हैं कि विश्व में करोना फैले होने के बावजूद विमानतल में विदेश से आने वालों की जांच की और उनको क्वेरिनटाइन करने की कोई भी व्यवस्था केंद्र सरकार ने नहीं की. केंद्र सरकार ने विदेशों से आने वाले इन लोगों के आने की कोई सूचना और जानकारी राज्य सरकारों से साझा नहीं की.
भाजपा सांसदों ने छत्तीसगढ़ के बजाय मोदी को चुना
शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा के सांसदों को तो छत्तीसगढ़ में कोरोना पर कुछ कहने का हक़ ही नहीं है क्योंकि वे चुने तो छत्तीसगढ़ से हैं लेकिन अपनी सांसद निधि का पैसा उन्होंने छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की बजाय विवादित ‘पीएमकेयर्स’ में देना ठीक समझा.
उन्होंने कहा है कि भाजपा के सभी नौ लोकसभा सांसदों और दो राज्यसभा सांसदों की करतूत पर छत्तीसगढ़ की जनता नज़र रख रही है. वह देख रही है कि संकट के समय भी भाजपा सांसदों ने छत्तीसगढ़ में अपनी सांसद निधि का पैसा नहीं दिया. संचार विभाग के प्रमुख ने कहा है कि भाजपा सांसदों को आइने के सामने खड़े होकर देखना चाहिए कि वे किस मुंह से छत्तीसगढ़ की उस सरकार को कोस रहे हैं जो दिन रात उनकी भलाई में लगी हुई है.
छत्तीसगढ़ सरकार देश भर में गए हुए छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूरों को राहत पहुंचाने में खाना राशन मुहैया कराने में और जहां जरूरत है वहां राशि उपलब्ध कराने में लगी हुई है अन्य राज्यों के छत्तीसगढ़ में फंसे हुए प्रवासी मजदूरों को भी खाना राशन से मदद की जा रही है
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गरीबों और मजदूरों को पहुंचाई जा रही इस मदद में सहभागी बनने और सहयोग करने के बजाय भाजपा सांसद सुनील सोनी इस मामले में स्तरहीन राजनीति कर रहे हैं