रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि जब प्रदेश में युवाओं को नौकरी से निकाली जा रही है, पीएससी में भर्तियां कम हो रही है, अनियमित कर्मचारी धरने में है, चारों तरफ युवा विरोध कर रहे है तो आखिरकार किन 4 लाख लोगों को नौकरी देकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार वाहवाही लूटने में लगी हुई है। पूरे प्रदेश में बेरोजगार नौकरी को लेकर बेकरार है और वहीं छत्तीसगढ़ माॅडल के इश्तहार में प्रदेश की सरकार फंसी है। बेराजगारी का दर बढ़ा है तो सरकार उसे कागजी आंकड़ों के सहारे झूठ फैलाने में लगी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में आने से पहले प्रदेश के 10 लाख युवाओं को बेराजगार भत्ता प्रतिमाह 2500 रुपए देने की घोषणा की थी लेकिन 36 महीने गुजर जाने के बाद भी अब तक युवाओं को बेरोजगारी भत्ता नहीं मिला है। 36 माह का एक साथ प्रदेश के युवाओं को प्रदेश सरकार द्वारा एकमुश्त दिया जाना है लेकिन अभी तक उसका पता ही नहीं है।
प्रदेश में विद्या मितान सहित अनियमित कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा हैं। आखिरकार किन बेरोजगारों ने प्रदेश सरकार ने नौकरी दी है इसे प्रदेश कीे बताना चाहिए। यह तो बात वैसी ही हो जैसे कोरे कागज में गुलाबी ख्याल को संजोना जैसी बात है। प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर जो स्थिति निर्मित हुई है उसके लिए प्रदेश सरकार की नीतियां जिम्मेदार है। केन्द्रांश द्वारा संचालित मनरेगा को खुद की योजना बताकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार केवल भ्रम फैलाने में जुटी हुई है। हर मोर्चें में विकास थमा हुआ है, युवा छला जा रहा है और प्रदेश की सरकार किन आंकड़ों के माध्यम से यह दावा कर रही है कि बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराई गई है।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को तत्काल कांग्रेस को अपने घोषणा के मुताबिक 2500 रुपए प्रतिमाह देना चाहिये। इसकी घोषणा जब की गयी थी तब कांग्रेस के नेता राहुल गांधी भी मौजूद थे और प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस मांग को पूरा करने के लिए उन्हें अब कहना चाहिए।