स्कूलों में मध्यान्ह भोजन के सूखा राशन का 90 प्रतिशत से अधिक वितरण

रायपुर : प्रदेश के स्कूलों में राज्य शासन के निर्देशानुसार मध्यान्ह भोजन के तहत 40 दिनों का सूखा राशन दाल और चावल का 90 प्रतिशत से अधिक का वितरण कर दिया गया है। योजना के तहत प्राथमिक शाला के प्रत्येक बच्चे के पालकों को 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल तथा उच्चतर माध्यमिक शाला के प्रत्येक बच्चे के पालकों को 6 किलोग्राम चावल और 1200 ग्राम दाल का वितरण किया जा रहा है।

अबूझमाड़िया पालकों ने परम्परागत दोना में ग्रहण किया बच्चों का सूखा राशन और सोशल डिस्टेंसिंग का रखा पूरा ख्याल। नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के 568 स्कूल, शाला आश्रमों के बच्चों के 22491 पालकों को 2,24,910 किलो चावल और 40,484 किलो दाल चालीस दिनों के लिए वितरण किया गया है। विकासखण्ड ओरछा (अबूझमाड़) मुख्यालय से लगभग 15 किलोमीटर दूर धुर नक्सल हिंसाग्रस्त गांव छोटेटोण्डाबेड़ा में संचालित शाला आश्रम में अध्यनरत बच्चों के अभिभावकों ने परम्परागत तरीके से सिहाड़ी पेड़ के पत्तों से तैयार किये दोना में सूखा राशन ग्रहण किया।

रायपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी आरंग अंतर्गत 207 शासकीय प्राथमिक शाला, 5 कन्या आश्रम शाला और 119 पूर्व माध्यमिक शाला में सूखा खाद्यान्न का वितरण किया जा चुका है। केवल 2 प्राथमिक शाला और 2 पूर्व माध्यमिक शाला में दर्ज संख्या अधिक होने के कारण यहां वितरण का कार्य 5 अप्रैल को भी किया जाएगा।

राजधानी के संकुल केन्द्र रविशंकर के अंतर्गत 11 स्कूलों में कुल दर्ज संख्या 1514 में से 1438 बच्चों के पालकों को सूखा राशन का वितरण किया गया। इनमें प्राथमिक शाला रविशंकर परिसर में सभी 175, प्राथमिक शाला डोंगर तालाब में सभी 298, प्राथमिक शाला टाटीबंध में 32, प्राथमिक शाला रोटरी नगर टाटीबंध में 55, प्राथमिक शाला कोटा में दर्ज संख्या 221 में से 198, प्राथमिक शाला भवानी नगर कोटा में सभी 58, मिडिल स्कूल रविशंकर परिसर में दर्ज 193 में से 173, मिडिल स्कूल महोबा बाजार में दर्ज संख्या में 215 में से 200, मिडिल स्कूल टाटीबंध मंे 79, मिडिल स्कूल कोटा दर्ज संख्या 166 में से 158, एनआरएसटीसी केन्द्र शासकीय प्राथमिक शाला रविशंकर परिसर में 22 बच्चों के पालकों को निर्धारित मात्रा में सूखा राशन का वितरण किया गया।

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