रायपुर जिले में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 15 दिन के लिए मीनू के अनुसार घर-घर जाकर सूखा राशन वितरण का कार्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आज किया गया। रायपुर जिला में 8535 एनिमिक महिलाओं और 11346 कुपोषित बच्चों को सूखा राशन का वितरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को कहा है कि इस संकट की घड़ी में आप लोगों से गंभीर जिम्मेदारी निभाने की जरूरत है। आपकी जिम्मेदारी है कि आप खुद के स्वास्थ्य के साथ-साथ बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य का ध्यान रखें और उनको पोषण आहार उपलब्ध कराएं।
इस अभियान के अंतर्गत चिन्हांकित हितग्राहियों को सूखा राशन (चावल, गेहूं, दाल), स्थानीय रूचि एवं उपलब्धता के अनुसार अन्य पौष्टिक आहार का पैकेट बनाकर प्रदान किया जा रहा है।
कुपोषित बच्चे 3 वर्षीय मानवी और 2 वर्ष की गीतांजलि के पालक ने कहा कि शासन द्वारा बच्चो के कुपोषण को दूर करने के लिए ऐसी विपरीत परिस्थितियों में सूखा राशन की ब्यवस्था करना सराहनीय है। धरसींवा विकासखंड के ग्राम बकतरा की एनिमिक महिलाएं श्रीमती मोहनी,श्रीमती हितेश्वरी,श्रीमती रानू,श्रीमती उपासना ,श्रीमती मीना ने कहा कि शासन द्वारा घर-घर सूखा राशन के वितरण से महिलाओ के स्वास्थ्य में सुधार होगा। इसके लिए हम सभी सरकार का धन्यवाद करते है।
कलेक्टर डॉ एस. भारतीदासन ने निर्देशित किया है कि वर्तमान में कोरोना वायरस कोविड-19 के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए भारत सरकार द्वारा लॉकडाउन किया गया है। जिसके मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत हितग्राहियों को गर्म भोजन के स्थान पर यह व्यवस्था गई है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर पर विपरीत प्रभाव न पड़े जिसके लिए सूखा राशन (चावल, गेहूं, दाल), स्थानीय रूचि एवं उपलब्धता के अनुसार अन्य पौष्टिक आहार का पैकेट बनाकर उपलब्ध कराने कहा है। सूखा राशन वितरित करते समय स्वच्छता एवं सामाजिक दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए है।
ज्ञातव्य हो कि 6 माह से 6 वर्ष के कुपोषित एवं एनीमिक बच्चे तथा 15 से 49 वर्ष आयु वर्ग की एनीमिक महिलाओं को कुपोषण एवं एनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आरंभ किया गया है।