त्रुटिरहित फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली पुनरीक्षण के लिए राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की बैठक


एक नवम्बर से शुरू होगा निर्वाचक नामावली का पुनरीक्षण
अधिक से अधिक मतदाताओं को जोड़ने एवं जागरूकता के लिए14 और 21 नवम्बर को होगा विशेष शिविर
नाम जोड़ने, विलोपित करने अथवा संशोधन में राजनैतिक दलोंसे सहयोग करने की अपील

रायपुर, 30 सितम्बर 2021/प्रदेश में फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण एक जनवरी 2022 के संबंध में मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों की राज्य स्तरीय बैठक आज छत्तीसगढ़ निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर में आयोजित हुई। बैठक में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दल सहित अन्य दल के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 11 संसदीय और 90 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र है, यहां 5 राज्यसभा सीट है। राज्य में मतदान केन्द्रों की संख्या 23,737 है। वर्ष 2021 के निर्वाचन नामावली पुनरीक्षण में प्रारंभिक प्रकाशन में 16 नवम्बर 2020 के अनुसार कुल मतदाताओं की संख्या 1,91,62,534 थी। इनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 95,88,140 और महिला मतदाताओं की 95,73,637 तथा तृतीय लिंग मतदाताओं की संख्या 757 है। पुनरीक्षण के दौरान  प्राप्त एवं निराकृत दावा आपत्ति के बाद अंतिम प्रकाशन के समय मतदाताओं की संख्या 1,93,27,890 थी। इनमें 96,67,761 पुरूष मतदाता और 96,59,372 महिला मतदाता तथा तृतीय लिंग के 757, इस तरह मतदाताओं की संख्या में 0.86 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
श्रीमती कंगाले ने बताया कि फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण-2022 के प्रारंभिक प्रकाशन के समय कुल मतदाताओं की संख्या 1,93,51,060 है, इनमें पुरूष मतदाताओं की संख्या 96,76,377 और महिला मतदाताओं की संख्या 96,73,942 तथा 741 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण कार्य के तहत मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही नियत समय-सीमा में कराया जाना है। ऐसे सभी मतदान केन्द्रों में ‘‘गरूड़ एप‘‘ के माध्यम से मतदान केन्द्र का आक्षांश-देशांश, मतदान केन्द्रों में उपलब्ध न्यूनतम सुविधाओं की फोटो इस एप में बूथ लेबल अधिकारी द्वारा कैप्चर किया जाएगा। उन्होंने बताया कि एकीकृत मतदाता सूची का प्रारंभिक प्रकाशन एक नवम्बर 2021 को किया जाएगा। दावा आपत्ति के लिए एक नवम्बर से 30 नवम्बर तक की अवधि निर्धारित की गई है। अधिक से अधिक मतदाताओं को जोड़ने तथा मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए 14 नवम्बर और 21 नवम्बर को विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। दावा-आपत्ति के निराकरण की अवधि 20 दिसम्बर 2021 तक होगी। मतदाता सूची का अंतिम प्रारंभिक प्रकाशन 5 जनवरी 2022 को किया जाएगा।  
श्रीमती कंगाले ने त्रुटिरहित मतदाता सूची तैयार करने राजनैतिक दलों से सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक मतदान केन्द्र हेतु राजनैतिक दलों द्वारा बूथ लेवल एजेंट नियुक्त कर, वांछित त्रुटियों को सुधारने हेतु मतदान केन्द्र बूथ लेवल एजेंट को प्रशिक्षित कर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने व सुधरवाने सहयोग करना चाहिए। साथ ही अधिक से अधिक ऑनलाईन फार्म भरने हेतु मतदाताओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। मृत एवं स्थानांतरित मतदाताओं को चिन्हांकित कर त्रुटिरहित फोटोयुक्त निर्वाचक नामावली तैयार करने में सहयोग करने की अपील की। श्रीमती कंगाले ने बताया कि मतदाता पुनरीक्षण के लिए बीएलओ और एईआरओ की नियुक्ति कर दी गई है। बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा एक नवम्बर 2021 से सर्वे का कार्य किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने एवं विलोपित करने तथा संशोधन का कार्य भारत निर्वाचन आयोग के सॉफ्टवेयर-मोबाईल एप (एनवीएसपी), वोटर हेल्पलाईन मोबाईल एप के माध्यम से भी किया जा रहा है। इसके अलावा गरूड़ एप में बीएलओ के माध्यम से नाम जोड़ने एवं विलोपित करने तथा संशोधन का कार्य किया जाएगा।

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