रायपुर : बड़ा सुकून देने वाला होता है और सही मायनों में सन्कट के समय हौसला देने वाला भी जब आपका मुखिया आपके साथ खड़ा होने का अहसास दिलाये ।
जिस दिन प्रदेश में कोरोना ने पहली बार दस्तक दिया भुपेश बघेल उसी समय एक सजग शासक की भांति प्रदेश की जनता के सामने डट कर खड़े हो गए जनता को उनका पहला सन्देश था “आपकी सरकार और आपका मुख्यमंत्री आपके साथ है सावधान रहें निर्देशों का पालन करें बेफिक्र रहे ” मुख्यमंत्री भूपेशबघेल का यह सन्देश कोरा वायदा नही था ।जब प्रधानमंत्री मोदी देश मे जनता कर्फ्यू का ऐलान करते उसके पहले भुपेशबघेल छत्तीसगढ़ के सभी नगरी क्षेत्रो को लॉक डाउन कर चुके थे ।लोगो को राहत देने के लिए गरीबो को तीन महीने का एक मुश्त राशन के साथ प्रदेश में मुफ्त इलाज बेघर मजदूरों को रहने खाने की कलेक्टरों से व्यवस्था करने के निर्देश के साथ विदेश से आये लोगो की पत्ता साजी करवाना लापता शासन का सहयोग न करने वालो के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्यवाही करवाना ।
देश और प्रदेश के सन्कट की इस घड़ी में भुपेशबघेल एक संवेदन शील कुशल प्रशासक के रूप में देश की जनता के समाने उभर कर सामने आए ।सबसे पहले स्वस्थ्य सुविधाओ का पुनरीक्षण किया गया प्रदेश भर में क्वारन्टीन सेंटर विकसित किया गया मेकाहारा एम्स, रिम्स सिम्स महारानी अस्पताल के साथ जिला अस्पतालों की व्यवस्था आपातकालीन परिस्थितियों के अनुरूप की गई ।निजी अस्पतालों के लिए एडवाइजरी जारी ।
प्रशसनिक और स्वास्थ्य अमले को चुस्त दुरुस्त किया गया। छत्तीसगढ़ के बाहर दिहाड़ी मजदूर जब खाने पीने भूख की समस्या और अपने गृह ग्राम जाने के लिए भटकने के लिये मजबूर थे छत्तीसगढ़ में आवाजाही की पाबंदी के पहले तक भुपेशबघेल बघेल झारखंड उड़ीसा और मध्यप्रदेश के सैंकड़ो मजदूरों को उनके घरो तक पहुचाने की व्यवस्था करवा चुके थे ।जब दो दिन बाद आवाजाही में बंदिश लगी छत्तीसगढ़ में कोई भूखा न रहे इसके व्यापक इंतजाम की देख रेख स्वयं मुख्यमंत्री कर रहे है ।आज प्रदेश भर में स्वयं सेवी संस्थाओं के माध्यम से हर जिले भोजन के पेकेट राशन के पैकेट तैयार कर जिला प्रशासन द्वारा वालेन्टर के माध्यम से वितरित किया जा रहा इससे भी दो कदम आगे स्कूलों के बंद होने के कारण मध्यान्ह भोजन से वंचित नौनिहालों को उनके घरों में ही पौष्टिक आहार की व्यवस्था ,कुपोषित माता और बच्चों को पोषण आहार पशुओं के लिए आहार जैसी बारीक अवश्यक्ताओ पर भी पैनी नजर जमा कर उसकी उपलब्धता करवा कर मुख्यमंत्री भुपेशबघेल ने बता दिया कि वे जमीन जुड़े हुए सजग मुख्यमंत्री हैं।
देश के दूसरे हिस्सों में जहाँ आम आदमी लॉक डाउन के कारण रोजमर्रा के समानो के लिए परेशान है वही छत्तीसगढ़ में लॉक डाउन कड़ाई से पालन करने के साथ लोगो को उनकी जरुरतो का समान निर्बाध और बिना काला बाजारी के मिले इसका पूरा ख्याल खुद मुख्यमंत्री भुपेशबघेल रख रहे है यही कारण है मुख्यमंत्री रोज वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जिलों में तैनात प्रशासनिक अमले के सम्पर्क में रहने के साथ खुदरा सब्जी बाजारों तक का स्वंयम दौरा कर रहे