Photo and Article by : Gyanendra Pandey
Wildlife photographer and naturalist
पृथ्वी के सबसे सुंदर एवम शक्तिशाली वन्य प्राणी बाघ के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रति वर्ष 29 जुलाई को ‘विश्व बाघ दिवस’ यानी ‘अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस’ मनाया जाता है।
इसका उद्देश्य बाघों के प्राकृतिक आवासों की सुरक्षा और बाघ संरक्षण के विषय में लोगों को जागरुक करना है। परंतु दुर्भाग्य की बात है कि हमारे देश में इनकी सर्वाधिक संख्या होते हुए भी इनका संरक्षण नहीं हो पा रहा है। ‘वर्ल्ड वाइल्ड लाईफ फंड’ के अनुसार पूरे विश्व में तीन हज़ार आठ सौ नब्बे बाघ बचे हैं, जिनमें सबसे ज्यादा ढाई हज़ार बाघ भारत में हैं परंतु इनके अस्तित्व पर लगातार खतरा मंडरा रहा है और यह प्रजाति विलुप्त होने की स्थिति में है।
अब समय आ गया है जब सरकार निजी कंपनियों तथा गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर बाघ संरक्षण के लिए ठोस कार्ययोजना बनाए, ताकि आने वाली पीढ़ी अपनी आंखों से इस खूबसूरत जीव को देख सके। सभी प्रकृति प्रेमियों, संरक्षणकर्ताओं तथा शोधकर्ताओं को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस की शुभकामनाएं।