रायपुर,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ का उद्घाटन किया। मोदी ने वाराणसी दौरे में 1,583 करोड़ रुपए से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन या उनकी आधारशिला रखी।
इस विषय पर रायपुर निवासी, आरटीआई कार्यकर्ता और काँग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री वाराणसी के सांसद हैं और काशी के प्रति उनकी जिम्मेदारी है कि वे काशी के विकास के प्रति सजग रहें।
लेकिन वाराणसी के सांसद होने के साथ ही नरेंद्र मोदी पूरे देश के प्रधानमंत्री भी हैं। तो इस नाते उनकी जिम्मेदारी पूरे देश के विकास के प्रति सजग रहने की भी है।
संजीव ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ की बात करें तो छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा सांसदों का यहां की जनता के प्रति रूखा व्यवहार समझ के परे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्तीसगढ़ के सांसदों को भी अपने-अपने क्षेत्रों में 1, 583 करोड़ नहीं तो कम से कम 500 करोड़ की योजनाओं का विकास और शिलान्यास करने की अनुमति और आदेश देना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है।
2019 के लोकसभा चुनाव के बाद अब तक छत्तीसगढ़ के किसी भी सांसद ने अपने क्षेत्र में 500 करोड़ तो दूर 100 करोड़ की भी विकास कार्य की योजनाओं का शिलान्यास नहीं किया है और मैं आग्रह करता हूं कि अगर किसी भी सांसद ने 100 करोड़ की योजनाओं का भी शिलान्यास किया हो तो कृपया वे दस्तावेज के साथ जनता को बताएं।
लेकिन इसके उलट, प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों द्वारा जनता के विकास कार्यों की उपेक्षा आज जन-जन को पता है। इस उपेक्षा से उनकी आने वाले लोकसभा चुनाव में वोटों की अपेक्षा मुंगेरीलाल के हसीन सपने जैसा ही साबित होगा।
खैर अगले साल यूपी में चुनाव हैं जिसको देखते हुए यूपी में बड़े से बड़े विकास कार्यों की शिलान्यास और घोषणाएं, किसी जुमले से कम दिखाई नहीं देती।
वैसे उपेक्षा की बात करें तो मोदी के नए कैबिनेट विस्तार में छत्तीसगढ़ के सांसदों की उपेक्षा भरपूर मात्रा में हुई है। असल में देखा जाए तो अपेक्षा छत्तीसगढ़ के सांसदों के नहीं छत्तीसगढ़ की जनता की हुई है जिसका श्रेय जरूर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही जाता है जिसका बदला छत्तीसगढ़ की जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में जरूर लेगी।