देवभोग क्षेत्र के इंदागांव में जून 2022 तक बनेगा 132 केव्ही क्षमता का नया विद्युत उपकेन्द्र
रायपुर, 29 जून 2021/ छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कोण्डागांव के केशकाल क्षेत्र और गरियाबंद जिले के देवभोग क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए लगातार अधोसंरचना विस्तार के काम किए जा रहे हैं। इन दोनों ही क्षेत्रों के ग्रामीणों को तात्कालिक रूप से लो-वोल्टेज की समस्या से राहत मिली है। केशकाल और इंदागांव में नए विद्युत उपकेन्द्र बनने से यहां के ग्रामीणों को जल्द इस समस्या से मुक्ति मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आज यहां उनके निवास कार्यालय में आयोजित ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में राज्य विद्युत कंपनियों के अध्यक्ष श्री अंकित आनंद ने बताया कि कोण्डागांव जिले के केशकाल क्षेत्र में सिंचाई पम्प बहुल बड़ेराजपुर विकासखंड के गांवों तथा घनोरा, अड़ेगा, बेड़मा, आमाबेड़ा में लो वोल्टेज और ओव्हर लोडिंग की समस्या से ग्रामीणों को तात्कालिक रूप से निजात दिलाने के लिए कांकेर, कोण्डागांव 132 केव्ही लाईन के द्वितीय सर्किट को केशकाल तक 26 किलोमीटर पूर्ण कर उसे 33 केव्ही से चार्ज किया गया है। जिससे इस क्षेत्र में लो वोल्टेज की समस्या दूर हो गई है। इस क्षेत्र में इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए केशकाल में 132/33 केव्ही क्षमता का विद्युत उपकेन्द्र स्वीकृत किया जा चुका है। गरियाबंद जिले के देवभोग क्षेत्र में लो वोल्टेज और विद्युत व्यवधान की समस्या के स्थायी निदान के लिए ग्राम इंदागांव में 67 करोड़ रूपए की लागत से 132 केव्ही क्षमता का नया उपकेन्द्र बनाया जा रहा है। जिसका कार्य जून 2022 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। देवभोग क्षेत्र में समस्या के तात्कालिक समाधान के लिए ग्राम मेचका से मैनपुर तक 13 किलोमीटर की 33 केव्ही लाईन का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य को 5 जुलाई 2021 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इन कार्यों के पूर्ण होने से क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या में जहां कमी आएगी, वहीं आपात स्थिति में डबल सप्लाई की व्यवस्था रहेगी।