रायपुर। सूरजपुर जिले के दरहोरा जंगल में मृत मिले नर हाथी के दांतों की चोरी के मामले का खुलासा हो गया है। वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में वन विभाग ने मृत हाथी के चोरी हुए दोनों दातों को बरामद कर चोरी के आरोपी तीन ग्रामीणों को गिरफ्तार कर लिया है। हाथी की मौत के मामले में लापरवाही को लेकर वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने गहरी नाराजगी जाहिर की थी। उनके निर्देश पर संबंधित डीएफओ सहित अधिकारी कर्मचारी को उनके पदस्थापना से हटाकर संलग्नीकरण की कार्यवाही की गई थी तथा दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था।
11 जून को सूरजपुर वनमंडल के दरहोरा के जंगल कक्ष क्रमांक पी 101 में जंगली हाथी मृत पड़ा मिला था। सूचना पर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। मुआयना करने पर पता चला कि मृत हाथी नर है। मृत हाथी की मृत्यु आकाशीय बिजली गिरने से होना पाया गया। उसका दांत मौके से गायब था।
हाथी की मौत व उसके दांतों की चोरी के मामले में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर के कड़े रूख से वन विभाग ने उन्हें हाथी से दांतों की चोरी करने वाले आरोपियों का पता लगाकर उन्हें पकड़ने में ताकत झोंक दी। प्रधान मुख्य वन संरक्षक व वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रधान मुख्य वन सरंक्षक (वन्य प्राणी) श्री नरसिम्हाराव खुद मानीटरिंग कर रहे थे। मुख्य वन संरक्षक, सरगुजा वृत्त अनुराग श्रीवास्तव के नेतृत्व में संदेही व्यक्तियों के नाम से सर्च वारंट काटकर लगातार खोजबीन की जा रही थी। त्वरित कार्यवाही के लिए टीमे गठित की गई थी। इसी सिलसिले में मुखबिर के द्वारा यह सूचना प्राप्त हुई कि घटना स्थल से 25 किमी दूर ग्राम धुमाडांड़ निवासी उदित लाल आत्मज शिव प्रसाद के यहां चोरी किया हुआ हाथी का दांत है। उदित लाल को पकड़ कर लाया गया। उसने पूछताछ में अपने घर में हाथी का दांत पैरा में छुपाये जाने की जानकारी दी। हाथी का चोरी किया हुआ दो नग दांत बरामद कर लिया गया है। जब्त किये गये हाथी दांत की लंबाई 68 से.मी. एवं मध्य गोलाई 20 से.मी. है। आरोपी का चोरी में साथ देने वाले उसके ससुर ग्राम दरहोरा निवासी परदेसी तथा ग्राम धुमाडांड़ के अभय कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम, 1972 के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है।
डीएफओ सहित तीन को हटाया गया था, दो हुए थे निलंबित
वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने सूरजपुर वनमंडल अंतर्गत मृत हाथी के मामले में लापरवाही को लेकर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी और संबंधित विभागीय अमले के खिलाफ तत्काल कड़ी से कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए थे इस तारतम्य में प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री राकेश चतुर्वेदी द्वारा सूरजपुर वनमंडल के अंतर्गत कार्य में लापरवाही के कारण तीन अधिकारियों का संलग्नीकरण करते हुए दो कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। इनमें वनमंडलाधिकारी सूरजपुर श्री दुलेश्वर प्रसाद साहू को तत्काल प्रभाव से प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख कार्यालय अटलनगर नवा रायपुर में संलग्न किया गया था। इसी तरह उप-वनमंडलाधिकारी प्रतापपुर वनमंडल सूरजपुर श्री बी.के. लकड़ा और वन क्षेत्रपाल, परिक्षेत्र अधिकारी प्रतापपुर वनमंडल सूरजपुर श्री प्रेमचंद मिश्रा को तत्काल प्रभाव से मुख्य वन संरक्षक कार्यालय सरगुजा वृत्त, अंबिकापुर में संलग्न किया गया था। इसके अलावा वनपाल, परिक्षेत्र सहायक प्रतापपुर श्री विजय कुमार कुजूर तथा वनरक्षक, परिसर रक्षक, दरहोरा बीट, वनमंडल सूरजपुर श्री मानसिंह के निलंबन का आदेश जारी किया गया था।