रायपुर: क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2022 में ओपी जिन्दल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (ओपीजेजीयू) को एक बार फिर निजी क्षेत्र की नंबर-1 यूनिवर्सिटी का दर्जा मिला है। श्रीमती शालू जिन्दल के नेतृत्व वाले जेएसपीएल फाउंडेशन की पहल पर हरियाणा के सोनीपत में संचालित ओपीजेजीयू को मिले इस स्थान से पूरा देश गौरवान्वित है। जेएसपीएल फाउंडेशन जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर लिमिटेड (जेएसपीएल) के सीएसआर दायित्वों का निर्वहन करता है। ओपीजेजीयू के संस्थापक कुलाधिपति श्री नवीन जिन्दल ने इस उपलब्धि पर कहा, “यह हमारे लिए गर्व का पल है कि ओपीजेजीयू भारत और विश्व में अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।”
यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में ओपीजेजीयू को विश्व के शीर्ष 750 विश्वविद्यालयों में स्थान मिला है। इतना ही नहीं समाज विज्ञान, कला और मानविकी संकाय के लिहाज से ओपीजेजीयू को श्रेष्ठतम भारतीय विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त हुआ है।
विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित और चिकित्सा विज्ञान के अध्ययन बगैर जीवन उपयोगी अलग संकायों के माध्यम से विश्व शिक्षा जगत में मील का पत्थर स्थापित कर मात्र 12 वर्ष पहले स्थापित ओपी जिन्दल ग्लोबल यूनिवर्सिटी ने अपनी वरियता बरकरार रखते हुए उन रूढ़ियों को तोड़ दिया है जो वास्तव में एक वैश्विक विश्वविद्यालय बनने के लिए आवश्यक है। पिछले साल जहां 21 भारतीय विश्वविद्यालयों ने शीर्ष 1000 में जगह बनाई थी, वहीं इस साल यह संख्या 22 हो गई है।
यह उपलब्धि ओपीजेजीयू के संकायों में अंतरराष्ट्रीय विविधतापूर्वक सोच, विश्व स्तर के शिक्षाविदों और नियोक्ताओं में इसकी बढ़ती साख और एक मजबूत संकाय-छात्र अनुपात बनाए रखने की प्रतिबद्धता के कारण हासिल हो पाई है। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2022 के अनुसार, जेजीयू को संकाय-छात्र अनुपात में दुनिया के शीर्ष 260 विश्वविद्यालयों में स्थान दिया गया है, जो वर्तमान में अभूतपूर्व 1:8 है।
इसके अलावा भारत सरकार द्वारा चुने गए 20 इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस में से सिर्फ 11 को क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग-2022 के शीर्ष 1000 रैंकिंग में जगह मिली, जिनमें इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, 4 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली विश्वविद्यालय, अन्ना विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, मणिपाल एकैडमी ऑफ हायर एड्युकेशन, जादवपुर यूनिवर्सिटी और ओपी जिन्दल ग्लोबल यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इस साल भी ओपीजेजीयू पिछले साल की क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के मुकाबले सबसे कम उम्र के संस्थानों में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस साबित हुआ है।
ओपीजेजीयू के संस्थापक कुलाधिपति श्री नवीन जिन्दल ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि लगातार तीन वर्षों से विश्व स्तर पर ओपीजेजीयू को मिल रही यह मान्यता वास्तव में एक निर्णायक पल है। यह हमारे लिए यह गर्व की बात है कि ओपीजेजीयू भारत और विश्व में अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना मेरे पिता श्री ओपी जिन्दल जी की स्मृति में शैक्षिक उत्कृष्टता का केंद्र बनाने और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में नायक तैयार करने के उद्देश्य से की गई थी। मुझे खुशी है कि यह विश्वविद्यालय निरंतर कड़ी मेहनत कर उन सपनों को साकार कर रहा है। मैं कुलपति, संकाय और कर्मचारियों को बधाई देता हूं, जो विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शिक्षा प्रदान करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने आगे कहा, “ओपीजेजीयू ‘इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस’ के रूप में आने वाले वर्षों में भारत में अधिक विकसित उच्च शिक्षा परिदृश्य की उम्मीद की किरण है।”
ओपी जिन्दल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रो. (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा कि ओपीजेजीयू को विश्व के एक अग्रणी विश्वविद्यालय के रूप में मान्यता प्राप्त होना विश्व स्तरीय विश्वविद्यालय बनने की उसकी आकांक्षा का प्रमाण है। हमारा निरंतर प्रयास है कि हम अपनी शिक्षण प्रणाली, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और शैक्षिक गुणवत्ता को और मजबूत करें। हमारा विश्वविद्यालय आज वैश्विक उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक पुनरुत्थान और उभरते भारत के विचारों का नेतृत्व कर रहा है। हमें गर्व है कि हमारा संस्थान सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क, जॉर्जिया स्टेट यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ हाउस्टन, मिड्लसेक्स यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिंस्टर, तोक्यो मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ हाइफा और यूनिवर्सिटी ऑफ ड्यूसेलडोर्फ की श्रेणी में आ गया है।