रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोविड वैक्सीनेशन और प्रधानमंत्री ग़रीब कल्याण अन्न योजना को लेकर की गई क्रांतिकारी घोषणाओं पर प्रदेश कांग्रेस की प्रतिक्रिया को बिगड़े मानसिक संतुलन का परिचायक बताते हुए कहा है कि अपनी दीन-हीन राजनीतिक दशा को भोगती कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार अब इधर-उधर की बातें करने के बजाय यह बताए कि शराब पर वसूली गई कोरोना सेस की राशि का वह किस प्रकार उपयोग करेगी? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि वेंटीलेटर पर अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए जूझ रही कांग्रेस यह कहकर अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनने की नाकाम कोशिश कर रही है कि कांग्रेस की मांग के दबाव में केंद्र सरकार ने यह निर्णय लिया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के नेता केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का दावा करके ख़ुद की जगहँसाई करा रहे हैं। कांग्रेस में दबाव बनाने का सियासी माद्दा रहा नहीं और अब वह ख़ुद इस दबाव में है कि जनता के बीच वे क्या मुँह लेकर जाएगी, क्योंकि कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना वैक्सीन की प्रामाणिकता पर सवाल खड़ा करके भ्रम फैलाने और टीकाकरण को रोकने का निंदनीय कृत्य किया, कांग्रेस की पंजाब सरकार ने कोरोना वैक्सीन को भी अपनी कमाई और मुनाफाखोरी का जरिया बनाने का शर्मनाक आचरण किया और कांग्रेस की ही राजस्थान सरकार ने वैक्सीन को जमीन के नीचे गाड़ने की कृतघ्नता का प्रदर्शन किया। वैक्सीन की खुलेआम चोरी की घटना छत्तीसगढ़ सरकार के लिए शर्मनाक है क्योंकि इस तरह की वारदात वाला यह पहला राज्य है। इसलिए अपने दबाव का भरम पालने के बजाय कांग्रेस के नेता बताएँ कि वैक्सीन जब केंद्र सरकार मुफ़्त में दे रही है तो कोरोना सेस की बची राशि क्या प्रदेश सरकार पीएम केयर्स फंड में जमा कराएगी या फिर प्रधानमंत्री राहत कोष में देगी? श्री श्रीवास्तव ने कहा कि शराब पर कोरोना सेस के नाम पर प्रदेश की जनता से राशि वसूली गई है तो उस राशि का उपयोग कोरोना से जूझती प्रदेश की जनता के कल्याण के निमित्त करने के लिए वह राशि पीएम केयर्स फ़ंड में जमा कराई जानी चाहिए। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की घोषणा ने दरअसल कांग्रेस और शेष विपक्ष के नाकारापन को जगज़ाहिर कर दिया है और कांग्रेस व अन्य विपक्षी दल इससे बौखलाए अब खंभा नोचते नज़र आ रहे हैं।