रायपुर :स्मार्ट सिटी के कामों में अनियमितता और भ्रष्टाचार को ले कर भाजपा पार्षद दल ने नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे के नेतृत्व में पत्र लिखकर स्मार्ट सिटी प्रबंधक से शहर में हो रहे कार्यों का लेखा-जोखा पूछा है । उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी के नाम पर अनुपयोगी निर्माण और ख़र्च किये जा रहे हैं .शहर को सुन्दर और सुविधा जनक कैसे बनाया जाए यह बात कंसल्टेंसी एजेंसी से ज़्यादा बेहतर आम जनता बता सकती है .हमारा यह आरोप है कि रायपुर शहर में स्मार्ट सिटी मिशन के तहत ऐसे कार्य किए जा रहे हैं जिससे जनता को कोई ठोस सुविधाएँ नहीं मिल पा रही है.
स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले कार्यों को लेकर भारतीय जनता पार्टी भाजपा दल कुछ सवालों का जवाब आपसे जानना चाहते हैं जो निम्न है…
1.स्मार्ट सिटी के तहत होने वालों का कार्यों का निर्णय कौन करता है . शहर में रहने वाली जनता की मूलभूत आवश्यकता क्या है यह कौन ज़िम्मेदार तय करता है?
2.पिछले दो वित् वर्षों में जो 2 सौ करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी को मिले उसमें कौन कौन से कार्य कराये गये?
3.विद्वान निर्णय कर्ताओं से हम यह जानना चाहते हैं कि शहर के धरोहर चौक चौराहों को तोड़कर उसमें पानी की तरह पैसा बहाकर स्वरूप बदलना यही स्मार्ट सिटी की परिकल्पना है?
4.समार्ट सिटी के मूल कार्य क्या है और उस दिशा में क्या क्या प्रयास और क्या-क्या कार्य हुए।
5.कोविड के दूसरे चरण में स्मार्ट सिटी के द्वारा आपदा प्रबंधन के लिए कौन कौन से कार्य किए गए .कितना सूखा राशन कहाँ और किस माध्यम से वितरित किये गये?
6.बूढ़ा तालाब गार्डन ,जयस्तंभ चौक ,OCM चौक ,राजीव गांधी चौक में कितनी राशि का भुगतान सिविल वर्क और कितनी राशि का भुगतान विद्युतीकरण वर्क के लिए हुआ है.
7.बूढ़ा तालाब गार्डन का गेट और कलेक्टर ऑफ़िस के पीछे के गार्डन का गेट दोनों के लिए कितनी राशि का भुगतान किया गया है.
8.द पीपुल पावर्ड स्मार्ट सिटी ..रायपुर स्मार्ट सिटी की मूल अवधारणा यही है .जिसका अर्थ है कि जनता की सहभागिता से शहर को स्मार्ट बनाया जायेगा.बावजूद इसके क्या कारण है कि स्मार्ट सिटी के द्वारा होने वाले कार्यों के लोकार्पण से और उनकी जानकारी देने से शहर के चुने हुए जन प्रतिनिधियों को दूर रखा जाता है?
इस स्मार्ट सिटी में एक ही प्रकार के कार्यों को छोटी छोटी राशि का दर्शा कर करोड़ों का काम किया जा रहा है .रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के तहत मिलने वाली राशि का बिना टेंडर दुरुपयोग केकिये जाने को लेकर शहर की जनता के मन में गहरा रोष एवं आक्रोश व्याप्त है .स्मार्ट सिटी के कार्यों में डंके की चोट पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है.हम जनता के द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं उनके मन की बातों को और दुविधा को हम दूर करना चाहते हैं हमारे इन सवालों का जवाब दिया जाए .
पार्षद प्रतिनिधि मंडल में उपनेता प्रतिपक्ष मनोज वर्मा, सूर्यकांत राठौर,दीपक जायसवाल, भोला साहू, रोहित साहू, कमलेश्वरी वर्मा,सरिता वर्मा, सुशीला धीवर,कामिनी देवांगन, विश्वादिनी पांडेय, रवि ध्रुव, टेशू नंदकिशोर साहू, सरिता दुबे, सीमा संतोष साहू, गोदावरी गज्जू साहू, सीमा कंदोई, तिलक पटेल,उपस्थिति थे।