तीसरे लहर में बच्चे प्रभावित होते हैं तो इसकी भी पूरी तैयारी एम्स ने कर रखी है – डाॅ. नागरकर
रायपुर। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय एम्स पहुँचकर एम्स के डायरेक्टर डाॅ. नितिन एम. नागरकर सहित तमाम बड़े डाॅक्टरों की बैठक लेकर कोरोना के भविष्य में किसी तीसरी फेस से जूझने तैयारियों की समीक्षा बैठक ली। विकास उपाध्याय ने एम्स के डाॅक्टरों को संबोधित करते हुए कहा, कोरोना काल में जिस मुस्तैदी के साथ एम्स परिवार ने काम किया है उसे नहीं भुलाया जा सकता। पीड़ितों को राहत पहुँचाने में एम्स के डाॅक्टरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। अब हम इस संक्रमण के तीसरे फेस से जूझने तैयार रहने की जरूरत है। एम्स के डाॅक्टरों ने कहा, इस तरह की किसी परिस्थिति से सामना करने उनकी पूरी तैयारी है।विकास उपाध्याय इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से भी आज शाम मुलाकात कर विस्तृत चर्चा करेंगे।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय कोरोना के दूसरे फेस के बाद अब किसी तीसरे फेस की संभावना से किस तरह से लोगों को निजात दिलाई जाएगी, की तैयारी शुरू कर दी है। विकास उपाध्याय आज इसी को लेकर एम्स पहुँचे और तमाम बड़े डाॅक्टरों की बैठक ली। बैठक में एम्स के डायरेक्टर डाॅ. नागरकर सहित विभिन्न विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सक सम्मिलित थे। विकास उपाध्याय ने बैठक की शुरूआत करते हुए कोरोना काल में एम्स के डाॅक्टरों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा, उनके द्वारा इस दौरान किए गए कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने डाॅक्टरों से पूछा, आज हम छत्तीसगढ़ में संक्रमण के दूसरे फेस को पार कर चूके हैं, परन्तु किसी तीसरे फेस की संभावना से इंकार नहीं कर सकते। ऐसे में इस बीच ब्लैक और व्हाईट फंगस को लेकर मरीजों की संख्या जिस तरह से बढ़ते जा रही है उसको लेकर एम्स की क्या तैयारी है, दवाईयों की क्या व्यवस्था है, भविष्य में बच्चों पर यह संक्रमण होता है तो कितने बच्चों को उपचार दे सकते हैं, इन तमाम चीजों की जानकारी उन्होंने डाॅक्टरों के समक्ष रखा।
एम्स के डाॅक्टरों ने संसदीय सचिव विकास उपाध्याय को सिलसिलेवार जानकारी देते हुए बताया कि एम्स संक्रमण के तीसरे लहर को लेकर पूरी तरह मुस्तैदी से तैयार है। खासकर बच्चों को यह संक्रमण प्रभावित करता है तो एम्स की पूरी तैयारी है कि आवश्यकतानुसार इन्हें आईसीयू, एनआईसीयू, पीएनआईसीयू का इंतजाम अभी से कर लिया गया है। डाॅक्टरों ने यह भी बताया, एम्स जरूररत के अनुसार एमरजेंसी से संबंधित मेडिकल व्यवस्था बढ़ा सकती है, जिसकी भी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहा, ब्लैक एवं व्हाईट फंगस को लेकर एम्स में पर्याप्त मेडिसिन एवं आवश्यक इंजेक्शन की व्यवस्था मौजूद है। विकास उपाध्याय को डाॅक्टरों ने जानकारी दी कि दूसरे लहर के संक्रमित मरीजों की संख्या काफी हद तक कम हो गई है एवं अधिकांश आईसीयू एवं वेंटीलेटर खाली हैं, बावजूद किसी तरह की नये संक्रमितों के लिए हमारी तैयारी हमेशा है। विकास उपाध्याय ने एम्स के डाॅक्टरों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए महामारी के इस संक्रमण काल में उनके योगदान की प्रशंसा की।इसी सिलसिले में विकास उपाध्याय आज स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव से भी शाम को मुलाकात कर चर्चा करेंगे।