रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा एवं पार्टी के विरुद्ध कांग्रेस द्वारा कराई गई एफ़आईआर के ख़िलाफ़ भाजपा व मोर्चा-प्रकोष्ठों के प्रदेश, ज़िला, मंडल व बूथ इकाइयों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को अपने-अपने निवास पर धरना देकर प्रदेश कांग्रेस और उसकी सरकार के रवैए पर अपना कड़ा ऐतराज़ दर्ज कराया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार दबाव और दमन के अपने चिर-परिचित राजनीतिक चरित्र का परिचय दे रही है, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता एकजुट होकर पूरी ताक़त के साथ अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के साथ संघर्ष की हर परीक्षा देने को तत्पर हैं। श्री साय ने प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेतृत्व को चुनौती दी कि अगर प्रदेश सरकार में साहस है तो वह भाजपा के लाखों कार्यकर्ताओं के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दर्ज कराके उनकी गिरफ़्तारी करे। भाजपा कार्यकर्ता सत्तावादी दमन और लोकतंत्र-विरोधी ताक़तों से मुक़ाबला करना अच्छी तरह जानते हैं, छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता और प्रदेश सरकार यह बात गाँठ बांधकर रख लें।
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दुराग्रह से ग्रस्त हैं। बदले की राजनीति करना जिसकी सोच में हो, तो वह ओछी मानसिकता के साथ इस तरह की कार्रवाई करता है। कांग्रेस के भय, दबाव और दमन के राजनीतिक चरित्र की भाजपा कार्यकर्ता कोई परवाह नहीं करता। पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के लोगों ने टूल किट मामले को लेकर शिकायत की है तो हम भी उन्हें चुनौती देने तैयार हैं। टूल किट बनाकर कांग्रेस द्वारा रचे जा रहे षड्यंत्र का भाजपा विरोध कर रही है। डॉ. सिंह ने अफ़सोस जताया कि आपदा काल में कांग्रेस टूल किट बनाकर राजनीति कर रही है, वैक्सीन और कुंभ मेले को लेकर राजनीति कर रही है, कोविड को लेकर श्मशानघाट के चित्र राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दिखाकर कांग्रेस इसे ज़्यादा-से-ज़्यादा एक्सपोज़ करने, दुनिया के सामने ले जाने और ट्वीट करने के षड्यंत्र में लगी है। इस आपदा के संकट काल को कांग्रेस हमेशा ग़लत तरीक़े से अपने लिए राजनीतिक मौक़े के रूप में बदलना चाहती है। कांग्रेस के पास मुद्दे नहीं हैं, इसलिए इसे मुद्दा बनाकर देश की छवि ख़राब करके आने वाले समय में भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा जाए।
प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेशव्यापी भाजपा के धरना प्रदर्शन में परसदा में हिस्सा लिया। श्री कौशिक ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्यों को कमज़ोर करके अपने स्वहितों की रक्षा करना ही कांग्रेस का चरित्र रहा है। जब हम सबने देश विरोधी ताकतों के गोपनीय दस्तावेज़ का खुलासा किया तो केवल डा. रमन सिंह जी पर मुक़दमा क्यों? इस पर बदले की भावना के साथ ही कांग्रेस ने हमारे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज करवाया। कांग्रेस ने अपनी मंशा को एक बार फिर से जाहिर कर दिया है कि जनता के हित से ज्यादा उसे अपने राजनीतिक हितों की चिंता है। इस तरह के रवैए का हम विरोध करते हैं।
इधर धरने पर बैठे सभी प्रमुख भाजपा नेताओं ने भी कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के टूल किट मामले में ट्वीट से बौखलाकर कांग्रेस के लोग दबाव और दमन की राजनीति करके अपने देश-विरोधी कारनामों पर पर्दा डालने का उपक्रम कर रहे हैं, लेकिन भाजपा के सभी कार्यकर्ता कांग्रेस व उसकी सरकार को मुँहतोड़ ज़वाब देने कटिबद्ध हैं। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से आहूत भाजपा के धरना आंदोलन में स्वयं डॉ. सिंह ने राजधानी स्थित निवास पर धरना दिया। उनके साथ राज्यसभा सांसाद रामविचार नेताम, पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश प्रवक्ता राजेश मूणत, पूर्व सांसाद अभिषेक सिंह, भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव भी मौजूद थे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय जशपुर, प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय व प्रदेश माहामंत्री भूपेंद्र सवन्नी बिलासपुर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल रायपुर स्थित निवास, सांसद डॉ. सरोज पांडेय ने जल परिसर संसदीय कार्यालय दुर्ग, पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर निवास, पूर्व मंत्री व विधायक अजय चंद्राकर कुरूद निवास, विधायक शिवरतन शर्मा भाटापारा, सांसद गोमती साय जशपुर,मोहन मंडावी ने कांकेर, सुनील सोनी ने कूँरा (खरोरा), संतोष पांडेय ने कवर्धा व अरुण साव ने बिलासपुर, विजय बघेल ने अपने निवास पर धरना दिया।
विधायक व पूर्व विस उपाध्यक्ष नारायण चंदेल ने जांजगीर चांपा, प्रदेश महामंत्री किरण देव ने जगदलपुर, में धरना देकर प्रदेश सरकार और कांग्रेस की ‘बदलापुरिया’ राजनीति के विरुद्ध एकजुटता दिखाई। केदार कश्यप, महेश गागड़ा, सुश्री लता उसेंडी, सुभाष राव, छगनलाल मूंदड़ा, श्रीचंद सुंदरानी, अनुराग सिंहदेव, नीलू शर्मा, नवीन मार्कण्डेय, महिला मोर्चा अध्यक्ष शालिनी राजपूत, युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित साहू, किसान मोर्चा अध्यक्ष श्यामबिहारी जायसवाल, अजजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम, अखिलेश सोनी सहित सभी विधायकों, सांसदों और मोर्चा-प्रकोष्ठों के प्रदेश से लेकर बूथ इकाइयों तक के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपने निवास पर धरना दिया।