रायपुर ! पिछले ढाई वर्ष के कांग्रेस के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार के रोज नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। पर्याप्त साक्ष्यों के आधार पर भी आवाज उठाने पर उत्पीड़न किया जा रहा है । नया मामला प्रदेश के महासमुंद का है । जहां महिला एवं बाल विकास में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के लिए उपहार सामग्री खरीद और वही मई माह के लिए वितरित ‘ रेडी टू ईट ‘ सामग्री खरीदी में अनियमितता को लेकर महिला बाल विकास अधिकारी श्री सुधाकर बोधले को धरना और अनशन पर बैठना पड़ा है l केवल इन दो मामलों में ही 30 लाख से अधिक के भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है l ऐसे में अगर पूरे ढाई वर्ष में प्रदेश के सभी जिलों में खरीदी की जांच की जाए तो करोडों के घोटाले की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है l यह अति गंभीर स्थिति हैl
दुखद यह है कि भ्रष्टाचार की शिकायत पर ध्यान देने के बदले कांग्रेस सरकार उस अधिकारी को ही प्रताड़ित कर रही है l घर पर अनशन कर रहे अधिकारी को पुलिस द्वारा जबरिया उठाकर ले जाया गया, फिर गिरफ्तार भी कर लिया गया है l इससे संबंधित जांच पहले ही हो चुकी थी लेकिन अब फिर से विभागीय जांच का नाटक किया जा रहा है l मामले में यहां स्पष्ट दिख रहा है कि अधिकारी का मुंह बंद कर शासन अपने ही एक मंत्री को बचाने की कोशिश कर रही है श्री बोदले के खिलाफ बदले की कार्यवाही की भी आशंका है l
महासमुंद में भ्रष्टाचार उजागर करने वाले अधिकारी की सुरक्षा मामले की जांच को लेकर भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा रायपुर द्वारा शहर जिला अध्यक्ष सीमा संतोष साहू के नेतृत्व में महामहिम राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। और महासमुंद मामले की निष्पक्ष जांच हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश से कराने की मांग की गई।
उक्त अवसर पर भाजपा जिला महामंत्री ओंकार बैस, रमेश ठाकुर , जिला मंत्री अकबर अली ,महिला मोर्चा महामंत्री वंदना मुखर्जी, स्वप्निल मिश्रा, उपाध्यक्ष कामिनी देवागन, मिनी पांडे , सुशीला धीवर, सोशल मीडिया प्रभारी मिली बैनर्जी उपस्थित थी l