अपनी गलती और अपनी वादाखिलाफी को कांग्रेस पर मढ़ना बंद करें
भाजपा ने तो 2013 के घोषणा पत्र में कहा था और नहीं किया था
कांग्रेस सरकार की धान खरीदी में भाजपा का विरोध किस बात से है?
रायपुर/25 फरवरी 2020। धान खरीदी पर भाजपा के काले विरोध को छत्तीसगढ़ के राजनैतिक इतिहास का काला अध्याय निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा को स्पष्ट करना चाहिये कि भूपेश बघेल सरकार से भाजपा का विरोध किस बात का है? 80 लाख टन से अधिक धान की रिकार्ड खरीदी से भाजपा का विरोध है? या 2500 रू. किसानों को धान का दाम दिये जाने से भाजपा का विरोध है? या पिछले साल से 2.5 लाख अधिक किसानों का धान खरीदी किये जाने का विरोध है?
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा बतायें कि छत्तीसगढ़ के किसान समृद्ध हो रहे है क्या इसका विरोध भाजपा काले कपड़े पहनकर कर रही है? सैकड़ों किसान आत्महत्या नहीं कर रहे है इसका विरोध भाजपा काले कपड़े पहनकर कर रही है? किसान कर्जमुक्त हो गया इसका विरोध भाजपा काले कपड़े पहनकर कर रही है क्या?
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा ने तो 2013 के घोषणा पत्र में कहा था कि एक-एक दाना धान खरीदेंगे और नहीं किया था, सच्चाई तो यही है। भाजपा को 2013 विधानसभा चुनावों के घोषणा पत्र का अंश मीडिया को जारी करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा अपनी गलतियों और वादाखिलाफी को कांग्रेस पर मढ़ना बंद करें।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि दरअसल भाजपा की असली पीड़ा यही है कि भाजपा के समर्थक कोचियों और धान दलालों पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने प्रभावी कार्रवाई करते हुये उन्हें नियंत्रित किया। किसानों का हक मारने वाले कोचियों के खिलाफ कार्रवाई से भाजपा दर्द से बिलबिला रही है। इन्हीं कोचियों का धान बिकवाने का दबाव बनाने के लिये भाजपा गलत तथ्यों पर आधारित प्रस्ताव लेकर आयी थी, लेकिन सरकार की पुख्ता तैयारी, किसान हितैषी निर्णयों की जानकारी से लैस सत्तापक्ष के तेवर देखकर भाजपा घबरा गई। भाजपा को मैदान छोड़कर भागना पड़ा। भाजपा के इस पलायनवादी रवैये से उनका असली चेहरा प्रदेश के किसानों के सामने आ गया है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि राज्य के बाहर से आने वाले अवैध वाहन तथा प्रदेश के भीतर अवैध रिसाईकलिंग पर प्रभावी नियंत्रण के कारण लगाया है। धान खरीदी का पूरा लाभ केवल राज्य के किसानों को मिले, इसके लिये कांग्रेस सरकार ने काम किया है। जो कोचियों की समर्थक भाजपा को नागवार गुजरा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा सत्ता में थी तब भी किसान विरोधी थी आज ही विपक्ष में है तब भी किसान विरोधी ही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह एवं भाजपा के विधायकों ने काला कपड़ा पहन कर कांग्रेस सरकार द्वारा किसानों के समृद्धि खुशहाली के युग के सूत्रपात का विरोध किया है। 15 साल तक रमन सरकार में किसानों की आत्महत्या की सैकड़ों घटनाएं हुयी थी। किसान अपनी खेती बाड़ी की जमीन बेचने के लिए मजबूर थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लेकर किसानों की खुशहाली और समृद्धि के लिए काम किया जिसका परिणाम है कि राज्य में किसानों की आत्महत्या की घटनाएं बंद हुई। किसानों की जमीनें औने-पौने दामों में बिकना बंद हुआ और कृषि को लाभकारी देखते हुए पिछले साल पंजीकृत लगभग 17 लाख किसानों की तुलना में इस साल साढ़े उन्नीस लाख किसानों ने धान बेचने पंजीयन कराया। इससे स्पष्ट होता है कि इस वर्ष ढाई लाख किसानों ने खेती किसानी की ओर रुख किया और जिसके कारण दस लाख लोगों के हाथों को कृषि कार्य में रोजगार मिला। भाजपा को पीड़ा इस बात की है कि जो 15 साल में रमन सरकार नहीं कर पायी वो काम 15 महीना पूरा होने के पहले भूपेश बघेल की सरकार ने कर दिया। इस वर्ष धान खरीदी अनियंत्रित और लूटमार वाली नहीं हुयी। रमन सरकार के दौरान देर रात तक कांटा चलाकर किसानों के धान की अफरा तफरी की जाती थी, जिस पर विराम लगा। पूर्व से चले आ रहे धान की तस्करी पर प्रभावी रोक लगायी गयी। छोटे किसानों का धान पहले खरीदा गया। प्राथमिकता पर खरीदा गया। इसी का विरोध भाजपा कर रही है। इसी की पीड़ा भाजपा को है।
संलग्न- भाजपा के घोषणा पत्र 2013 के 2 पृष्ठ।