भिलाई। विधायक देवेंद्र यादव खुद की जान की परवाह किए बगैर दूसरों की जान बचाने आगे आ जाते हैं। भले ही उस काम में कितना भी रिस्क हो। आज ये फिर से देखने को मिला। जब विधायक देवेंद्र सुपेला अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे थे। तभी अचानक एक लड़की उनसे मदद मांगने आई। मदद अपनी मां के लिए वो बेटी मांगने आई थी।
मां ऑक्सीजन सपोर्ट में थी, जिसे जल्द से जल्द वह रायपुर के अस्पताल ले जाना चाहती थी। लेकिन रास्ते में ऑक्सीजन खत्म हो गया। विधायक देवेंद्र ने तत्काल पहल की और सुपेला अस्पताल से ऑक्सीजन की व्यवस्था कर ऑक्सीजन सिलेंडर को अंदर डाला। कार स्टार्ट की और महिला को ऑक्सीजन दिया और खुद कार ड्राइव करते हुए उनकी पायलेटिंग की।
इनोवा कार में लगे सायरल को एंबुलेंस की तरह बजाते हुए चंदूलाल कोविड अस्पताल कचांदुर पहुंचे। वहां भी कार से अस्पताल ले जाने के लिए कोई उतारने वाला नहीं। यह देख देवेंद्र खुद आगे आए और कार से महिला को उठाकर स्ट्रेचर में लिटाया अस्पताल के अंदर लेजाकर दाखिल कराया। और तत्काल इलाज शुरू कराया।
विधायक देवेंद्र ने जिस महिला को अस्पताल पहुंचाया, वो एसके दास हैं। इस अवसर पर भिलाई के युवा पत्रकार भी मौजूद थे जिन्होंने यह पूरा वाक्या अपने कमरे में रिकार्ड कर लिया।
पत्रकार ने ये पूरी कहानी अपने सोशल मीडिया एकाउंट से शेयर भी किया है। चार वीडियो भी है, जिसमें यह दिख रहा है कि देवेंद्र कैसे सुपेला से चंदूलाल कोविड अस्पताल लेकर जा रहे हैं।
विधायक देवेंद्र के इस काम की सराहना खूब हो रही है। विधायक देवेंद्र ने यह रिस्क इसलिए लिया क्योंकि उस महिला की जान बचानी थी। वहीं खुद भी देवेंद्र पॉजिटिव होकर ठीक हुए हैं।
उन्हें ये लगा कि उनके शरीर में एंटीबॉडी बन गई है। इसलिए उन्हें कोरोना का खतरा कम हो जाता है। इसलिए देवेंद्र मदद के लिए आगे आए।