बलौदाबाजार,जिले में कलेक्टर सुनील कुमार जैन के निर्देश पर बाल विवाह ना हो इसके लिए सतत निगरानी प्रशासन की ओर से की जा रहीं है। समाज की जागरूकता एवं जनप्रतिनिधियों की सहयोग से ऐसे शादियों को रोकने में प्रशासन को काफी सफलताएं मिलती जा रही हैं। जिला प्रशासन की सँयुक्त टीम द्वारा सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम किरवई में नाबालिग के विवाह को रुकवाया गया। जिले में संचालित चाईल्ड लाईन परियोजना के चाईल्ड हेल्पलाईन सेवा के निःशुल्क 1098 नंबर पर बाल विवाह का सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही जिला परियोजना अधिकारी एल आर कच्छप के निर्देश में एक सँयुक्त जांच दल बाल विवाह रुकवाने के लिए पहुंची। दल में महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई,पुलिस विभाग एवं चाईल्ड लाईन के सदस्य मौजूद थे। टीम के सदस्यों ने मौके पर जाकर नाबालिग का विवाह रुकवाया। साथ ही परिवार के सदस्यों को समझाइश देकर विवाह नही करवाने के निर्देश दिए गये। जिस पर परिजनों ने भी सहमति देकर शादी नही करनें की बात कही। इसके साथ ही टीम द्वारा परिजनों को 18 वर्ष की निर्धारित आयु पूर्ण होने के उपरांत ही शादी करने का शपथ पत्र भरवाया गया। कानून नियम तोड़ने पर वैद्यानिक कार्यवाई की चेतावनी दी गई है। चाईल्ड लाईन 1098 सेन्टर कोआडीनेटर रेखा शर्मा ने बताया कि 30 अप्रैल को बारात आने वाली थी। टीम ने बाल विवाह कराने पर कानूनन सजा के बारे में परिजनों को विस्तृत से अवगत कराया। साथ ही टीम ने बताया कि लड़की की आयु 18 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत ही विवाह किया जावे। उक्त आदेश की अवहेलना पर सम्बन्धितों पर कानूनी कार्यवाई किए जाने की भी चेतावनी दी गई है। जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में संयुक्त दल लॉकडाउन कोविंड -19 के कठिन दौर में भी बाल विवाह रोकने में लगातार सफल हो रही हैं। संयुक्त टीम जिला बाल संरक्षण इकाई से टुकेश्वर जगत ध्रुव,महिला बाल विकास विभाग सुपरवाइजर जय श्री वर्मा पुलिस विभाग से अनील जांगड़े और बसंत पोर्ते, चाईल्ड लाइन से गिलिश चतुर्वेदी, जितेंद्र भारती,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सन्ध्या शर्मा, बिसाहिन देवी,मैना देवांगन एवं कोटवार जागेश्वर मानिकपुरी शामिल भी थे। गांव में सरपंच प्रेमीन देवांगन ने भी बढ़ चढ़ कर प्रशासन का सहयोग किया एवं शादी को रुकवाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।