विकास उपाध्याय ने प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात कर कहा,लॉकडाउन नहीं लगा तो हम कई अपनों को खो देंगे।


 विकास उपाध्याय इसके पहले भी लॉक डाउन की वकालत कर चुके हैं।


रायपुर। कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए संसदीय सचिव व विधायक विकास उपाध्याय ने एक सप्ताह पूर्व ही सम्पूर्ण लॉकडाउन को ही बेहतर विकल्प बताया था। आज कांग्रेस के शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे व निगम में सभापति प्रमोद दुबे भी इस मांग को लेकर विकास उपाध्याय के साथ रायपुर के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे से भेंट कर ज्ञापन सौंपा है। इस मुलाकात के बाद तय माना जा रहा है कि 9 तारीख से लॉकडाउन लगना तय है।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय पहले जनप्रतिनिधि हैं जो पुराने अनुभव के आधार पर बढ़ते कोरोना के प्रकोप को रोकने रायपुर सहित पूरे राज्य में लॉक डाउन लगाए जाने की माँग की थी। उन्होंने आज फिर से कहा, लोगों को व्यवहारिक रूप से रोकने तब तक सफलता नहीं मिल सकती जब तक लॉकडाउन न लग जाये। कांग्रेस शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे के नेतृत्व में इसी माँग को लेकर निगम के सभापति प्रमोद दुबे भी विधायक विकास उपाध्याय के साथ आज रायपुर के प्रभारी मंत्री रविन्द्र चौबे से ज्ञापन सौंप कर चर्चा की है।
विकास उपाध्याय ने कहा, सम्पूर्ण लॉकडाउन के सीमावधि के बीच  टेस्टिंग व वैक्सिनेशन के कार्य तेज किये जायें। उन्होंने कहा छत्तीसगढ़ की आधी आबादी जब तक टीकाकरण न करा लें तब तक खतरा बने रहेगा। उन्होंने कहा इस बीच लोगों में जबरदस्त जागरूकता आई है जिसे लक्ष्य तक ले जाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। विकास उपाध्याय ने कहा बढ़ते संक्रमण के बीच आम जनता की भी माँग है कि इसके चेन को लॉक डाउन कर ही तोड़ा जा सकता है।
विकास उपाध्याय ने आगे कहा,बढ़ते प्रकरणों को देख घबराने की जरूरत भी नहीं है। सभी को सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना का दूसरा लहर आया जरूर है पर लोग इस बार स्वस्फूर्त टेस्टिंग सेंटर में पहुँच कर अधिक से अधिक लोग अपना टेस्ट करा रहे हैं। जिनको कोई लक्षण नहीं उनमे भी कोरोना संक्रमण देखा जा रहा है। समय पर जानकारी व इजाज जिनका हो रहा है वे सुरक्षित हैं।उन्होंने फिर से सभी से अपील की है कि टीकाकरण व सावधानी ही इसका इलाज है और 45 वर्ष के कम उम्र के लिए मास्क ही वैक्सिनेशन है।

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