रायपुर : राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके ने आज बीजापुर नक्सल मुठभेड़ में घायल सुरक्षा बल के जवानों से दूरभाष पर बात कर उनका हालचाल जाना और उनका हौसला अफजाई की। राज्यपाल ने घायल जवानों के इलाज कर रहे चिकित्सकों से भी बात की और उन्हें अच्छे से अच्छा इलाज करने और उत्कृष्ट चिकित्सकीय सुविधा देने के निर्देश दिए।
राज्यपाल ने सी.आर.पी.एफ. कोबरा बटालियन के सेकेण्ड इन कमांड श्री संदीप द्विवेदी तथा प्रधान आरक्षक श्री लोकेश कुमार से दूरभाष पर बात की और कहा- मुझे आप लोगों पर गर्व है। आप समस्त सुरक्षा बलों के जवानों ने नक्सलियों के मांद में जाकर उनका बहादुरी से सामना किया और उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके लिए मैं आपको सेल्यूट करती हूं। आप देश और प्रदेश की रक्षा एवं सेवा के लिए यह लड़ाई लड़ रहे हैं। निश्चित ही हम सब मिलकर नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देंगे और हमारे देश-प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा करेंगे। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि आप जल्द स्वस्थ हों और फिर से फील्ड में आकर देश की सेवा करें। सुरक्षा बल के जवानों ने राज्यपाल से कहा कि वे जल्द स्वस्थ होकर भारत मां की सेवा में जुट जाएंगे।
राज्यपाल ने रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. संदीप दवे, श्री नारायणा अस्पताल के डॉ. सुनील खेमका, एम.एम.आई. अस्पताल के श्री नवीन शर्मा एवं बालाजी अस्पताल के डॉ. देवेन्द्र नायक से दूरभाष पर बात की और घायल जवानों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि घायल जवानों का अच्छे से अच्छा इलाज करें। राज्यपाल ने कहा कि वे इस समय उनके सुरक्षा अधिकारियों (ए.डी.सी.) के कोरोना संक्रमित होने के कारण क्वारेंटाइन में होने से अस्पताल नहीं आ पा रही हैं। राज्यपाल ने चिकित्सकों से कहा कि आप लोग जिस सेवा भाव से जवानों की सेवा कर रहे हैं, इसके लिए आप लोगों को मैं धन्यवाद देती हूं। सुश्री उइके ने कहा- मेरी तरफ से सारे जवानों को यह संदेश प्रदान करें कि हम उनके साथ हैं। वे जल्दी स्वस्थ होंगे। उन्होंने देश के लिए जो संघर्ष किया है, उसके लिए पूरे देश को उन पर गर्व है। मैं घायल जवानों के परिजनों को भी कहना चाहती हूं कि वे हिम्मत बनाएं रखें। घायल जवानों के इलाज में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि 03 अप्रैल 2021 को जिला बीजापुर के थाना तर्रेम में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में घायल जवान राजधानी के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल, श्री नारायणा अस्पताल, एमएमआई अस्पताल एवं बालाजी अस्पताल में बेहतर इलाज हेतु भर्ती हैं।