बिलासपुर,रोम इंटरनेशनल मूवी अवॉर्ड में बेस्ट ड्रामा शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड आशित चटर्जी के द्वारा निर्देशित व अखिलेश पांडे के द्वारा अभिनीत शॉर्ट फिल्म द लेंस ने बेस्ट ड्रामा शॉर्ट फिल्म का अवार्ड जीता है द लेंस फिल्म का यह पांचवा अवार्ड है और इस फिल्म ने 20 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ऑफिशियल सिलेक्शन पाया है इसके पहले ऑस्ट्रेलिया के सिडनी इंडी शॉर्ट फेस्टिवल में भी चयनित हुई थी शॉर्ट फिल्म द लेंस आपको बता दें इससे पहले कनाडा के वैंकूवर इंडिपेंडेंट फिल्म फेस्टिवल के फाइनल के लिए नामांकित की गई थी इस फिल्म ने अब तक 20 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित की जा चुकी है जिसमें की 12 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल विदेशों के हैं और 8 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल भारत के हैं इसके पहले जर्मनी के बर्लिन शार्ट सैन फ्रांसिस्को, कनाडा के टोरंटो, टर्की के ग्लेडिएटर, ब्रिटेन के रातमा, लंदन, अमेरिका के ग्लोबल म्यूजिक एंड फिल्म फेस्टिवल को मिलाकर अब तक 20 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में द लेंस फिल्म का चयन हुआ है आपको बता दें कि यह छत्तीसगढ़ की पहली ऐसी शॉर्ट फिल्म होगी जोकि विश्व के इतने सारे इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित हुई है इस फिल्म के निर्देशक आशित चटर्जी है जिन्होंने पूरी फिल्म को बिलासपुर में ही शूट किया है और फिल्म में मुख्य किरदार छत्तीसगढ़ के जाने-माने अभिनेता अखिलेश पांडे है जिन्होंने अपने इस शॉर्ट फिल्म के माध्यम से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है इस संदर्भ में जब हमने अखिलेश से बात की तब उन्होंने बताया की इस फिल्म के निर्देशक आशित चटर्जी ने बहुत ही शानदार निर्देशन किया है जिसकी बदौलत इस फिल्म को आज पूरी दुनिया में पसंद किया जा रहा है और उन्हें सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है की यह पूरे छत्तीसगढ़ के लिए बड़े गौरव का विषय है कि छत्तीसगढ़ में बनी हुई यह पहली फिल्म है जिसे 20 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में चयनित किया गया है और 5 इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड दिया गया है अखिलेश ने बताया कि अभी यह फिल्म और फिर फेस्टिवल्स में जा रही है और आने वाले टाइम में इस फिल्म का चयन और भी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हो सकता है अखिलेश ने बताया की 20 में 12 विदेशों के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल है और 8 अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल भारत के हैं इस फिल्म में अखिलेश और आशित के अलावा सोनल अग्रवाल आराध्या सिन्हा नीलकंठ पाटकर तिलक राज सलूजा ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है इनके अलावा म्यूजिक डायरेक्टर अर्णव चटर्जी ने विशेष योगदान दिया है बैकग्राउंड म्यूजिक विद्युत गोस्वामी ने दिया है फिल्म का संपादन विनय रंजन ने किया है व फिल्म के डीओपी सुबीर रॉय हिमांशु वर्मा रहे हैं