सुकमा : नक्सल प्रभावित ग्राम चिउरवाड़ा के गर्भवती महिलाओं को अपनी प्रसव कराने के लिए अब जगदलपुर, भद्राचलम और मलकानगिरी नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें अब स्थानीय स्तर पर ही उच्च स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होगी। छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम चिऊरवाड़ा में उप स्वास्थ्य केंद्र के लोकार्पण अवसर पर उद्योग मंत्री ने ये बातें कही। इसके साथ ही मंत्री श्री लखमा ने ग्राम चिउरवाड़ा में लेदा चित्तलनार मार्ग पर 25 लाख की लागत से बने पुलिया का लोकार्पण भी किया। इस पुल के निर्माण से क्षेत्र के कई गांव तक आवगमन सुगम हो जाएगा, चिडपाल कुमकोलेंग, सौतनार, धामनकोंटा, कुपिडीह आदि गांव के ग्रामीणों को इस पुल से सुविधा मिलेगी।
इस अवसर पर उपस्थित सभा को संबोधित करते हुए मंत्री श्री कवासी लखमा ने कहा कि जिले में जिन संवेदनशील क्षेत्रों में सड़क नहीं थी, सवास्थ्य सुविधाएं नहीं पहुंच रही थी, जहां बिजली नहीं थी आज वहां ग्रामीण सरलता से आवागमन कर रहे हैं, अपने गांव में ही स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले रहे हैं, गली मोहल्ले बिजली से जगमगा रहे हैं। यह इस बात का प्रमाण है कि सुकमा जिले का विकास हो रहा है, यहां के ग्रामीणों का विकास हो रहा है। उन्होंने अपने संबोधन में ग्राम चिउरवाड़ा में देव गुड़ी और रंगमंच बनवाने की घोषणा भी की। इसके साथ ही मंत्री श्री लखमा ने ग्रामीणों की सुविधा हेतु कुमाकोलेंग और चिउरवाड़ा में शीघ्र ही बस परिवहन की शुरुआत करने के बात कही।