सूरजपुर : कलेक्टर रणबीर शर्मा ने आज कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में ग्रीष्म ऋतु के तैयारियों के संबंध में ग्रीष्म ऋतु में पेयजल एवं निस्तारी जल की व्यवस्था, ग्रीष्म ऋतु में लू आदि से बचाव की व्यवस्था संबंधित विभाग लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, नगरीय प्रशासन विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग विभागों से ग्रीष्म ऋतु में धूप एवं लू से बचाव के लिए उचित व्यवस्था हो इसके संबंध में समीक्षा की।
बैठक में अपर कलेक्टर एस.एन. मोटवानी, एसडीएम पुष्पेन्द्र शर्मा, डिप्टी कलेक्टर वहीदुर्रहमान, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिले के सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि जिले के समस्त ग्राम पंचायतों में उपलब्ध 14वें एवं 15वें वित्त एवं मूलभूत योजना मद से ग्रीष्म ऋतु में स्वच्छ पेयजल एवं लू आदि से बचाव के लिए प्याऊ की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं तथा संपूर्ण ग्रीष्मकाल अवधि में प्याऊ स्थल का छायादार व घड़ों में शु़द्ध पेयजल की व्यवस्था कराने का दायित्व संबंधित ग्राम पंचायतों के सचिव एवं नगरीय क्षेत्र में सीएमओ को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने जिला सूरजपुर में माह मार्च-जून के दौरान भीषण गर्मी लू के स्थिती से निपटने हेतु भारत सरकार के निर्देशानुसार जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि बहुत अनिवार्य न हो तो घर से बाहर न जाएं। धूप में निकलने से पहले सर व कानों को कपड़े से अच्छी तरह से बांध लें। पानी अधिक मात्रा में पियें। अधिक समय तक धूप में न रहें। गर्मी के दौरान नरम मुलायम सूती कपड़े पहनने चाहिए ताकि हवा और कपड़े पसीने को सोखते रहें । अधिक पसीना आने की स्थिति में ओ.आर.एस. घोल पियें। उल्टी, सरदर्द, तेज बुखार की दशा में निकट के अस्पतालों से जरूरी सलाह लिया जाए। उन्होंने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किये जाने हेतु पेयजल प्रकोष्ठ का गठन जिला स्तर एवं विकासखण्ड स्तर पर किया जाए। जिसमें समस्त सहायक अभियंता एवं उप अभियंताओं का मोबाइल नं. ग्राम पंचायतों में उपलब्ध कराने कहा है। इस पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अभियंता ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले के सभी विकासखण्डों में पेयजल व्यवस्था की निगरानी हेतु एक-एक उपयंत्री पदस्थ किये गये है, हैण्डपंप संधारण के शिकायत के निराकरण हेतु एक-एक शासकीय वाहन के माध्यम से समय-सीमा 03 दिवस के भीतर सुधार कार्य किया जा रहा है।
जिले में संचालित ग्रामीण नल जल योजना के माध्यम से कुल 76 नल जल योजना के माध्यम से ग्रामीणों को शुद्ध जल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में 1008 सोलर पावर पंप के माध्यम से ग्रामवासियों को शुद्ध जल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिले में सभी विकासखण्डों के मुख्य चैक-चैराहों पर प्याऊ जल की जा रही है। जिले में पेयजल व्यवस्था के लिए निकाय के समस्त टेंकरों का मरम्मत करा लिया गया है।
इसी प्रकार कलेक्टर ने कोविड-19 से बचाव के उपाय बतायें जिसमें कोविड वैक्सीनेशन की प्रगति व आगामी लक्ष्य प्राप्ति की योजना, कोविड टेस्टिंग और काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, कोविड एप्रोप्रिएट ब्हेवियर संबंधित स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग से जानकारी प्राप्त की गई तथा शत प्रतिशत करने कहा गया है। उन्होंने बिना मास्क पहने घूमने वालों पर कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होने कोविड से बचाव एवं रोकथाम के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए प्रतिदिन 300 सौ रूपये चलानी कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिये हैं। उन्होंने गोधन न्याय योजना के तहत वर्मी कम्पोस्ट के विक्रय की प्रगति तथा लक्ष्य प्राप्ति की स्थिति की जानकारी ली तथा निजी स्कूलों में भी वर्मी कम्पोस्ट विक्रय करने कहा। आगामी वर्षा ऋतु में वृक्षोरोपण की कार्ययोजना के संबंध में वृक्षोरोपण हेतु स्थल चयन, पौधों की प्रजातियों के चयन, वृक्षारोपण हेतु पौधों की व्यवस्था, ट्री गार्ड, खाद आदि की व्यवस्था संबंधी की कार्य योजना, विगत वर्ष के वृक्षारोपण में लगाये गए पौधों की वर्तमान स्थिति, नवीन तकनीकों के माध्यम से वृक्षारोपण की सफलता की माॅनिटरिंग, वन विभाग व पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से जानकारी प्राप्त की गई तथा स्कूल, गौठान, नदी किनारे सहित अन्य जगहों का चिन्हांकित कर वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना बनाने कहा। नये स्वीकृत स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडियम स्कूलों की प्रगति के संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग से जानकारी ली गई तथा सभी कार्यों का समय पर प्रगति लाते हुए कार्य पूर्ण करने कहा है। उन्होंने रूफ वाॅटर हार्वेस्टिंग के कार्यो के लक्ष्य एवं कार्य की प्रगति की समीक्षा करते हुए नगरीय प्रशासन विभाग को जानकारी देने कहा।