प्रधानमंत्री मोदी चुनाव के पहले और उसके बाद भी देश की जनता से झूठ बोलकर गुमराह कर रहे हैं
आज केन्द्र सहित अन्य प्रदेशों में भी छत्तीसगढ़ माॅडल को अपनाये जाने की जरूरत है
असम सहित होने वाले अन्य प्रदेशों के चुनाव में भी भाजपा का सुपड़ा साफ होना तय है
विकास उपाध्याय ने पेट्रोल पम्प में सैकड़ों साथियों के साथ फूल टेंक कराने वालों की आरती कर नायब तरीका से बढे दामों का विरोध किया
रायपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय रायपुर पहुँचने के बाद आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश में बढ़ती महंगाई और किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार को चैतरफा घेरा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी चुनाव जीतने के लिए भी झूठ बोलते हैं और सत्ता में रहते हुए भी झूठ बोल कर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं। विकास उपाध्याय ने कहा, आज देश को भाजपा के केन्द्र सरकार के खिलाफ बड़े जन आंदोलन की जरूरत है। भाजपा के 7 साल के शासन काल में जिस तरह से पेट्रोल-डीजल सहित रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में बढ़ोतरी हुई है, वह आजादी के बाद का पहला उदाहरण है। विकास उपाध्याय ने कहा, आज देश में जो हालात निर्मित हो रहे हैं। लोगों को, पत्रकारों को, समाजसेवीयों को डरा धमका कर जिस तरह से राजद्रोह के आपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। उसे सही मायने में एकमात्र कांग्रेस पार्टी व उसके नेता राहुल गांधी ही एक नई दिशा दे सकते हैं।विकास उपाध्याय इसके बाद सैकड़ों साथियों के साथ पेट्रोल पम्प में नायब तरीका से बढ़े तेल की कीमतों का घंटों विरोध किया। वे उन लोगों की मम्प में आरती उतार कर स्वागत की जो पम्प से अपनी गाड़ियों में फूल टेंक कर निकल रहे थे।
विकास उपाध्याय आज असम दौरे से लौटने के बाद अपने निवास में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार की कथनी व करनी को लेकर सवाल उठाते हुए कई गंभीर आरोप लगाए और कहा, प्रधानमंत्री मोदी सहित पूरी भाजपा जिस यूपीए सरकार को महंगाई व भ्रष्टाचार में लिप्त होने का ढिंढोरा पिट पिट कर सत्ता में आई आज वही मोदी सरकार पूरे देश को महंगाई के आग में झोंक दिया है। विकास उपाध्याय ने कहा कि अब वो समय आ गया है, जब पूरे देश में एक जन आंदोलन चलाए जाने की जरूरत है। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि आर्थिक नीतियों को लेकर सरकार की न ही सोच स्पष्ट है और न ही पारदर्शिता है।
किसान आंदोलन को लेकर मोदी सरकार की ईगो से पूरे देश को हो रहा है नुकसान-
किसानों के लिए लाये गए तीन कृषि कानून जिसे खुद किसान आज 85 दिन हो गया विरोध कर रहे हैं। नए कृषि कानून जिन किसानों के लाभ के लिए बनाई गई है, वही किसानों की राय ये है कि इससे कॉरपोरेट जगत वाले किसानों पर हावी हो जाएँगे। किसानों का इससे बहुत नुकसान होगा। किसान ही नहीं इस कानून को निष्पक्ष रूप से समझने वाले अन्य सभी की राय (सिर्फ बीजेपी को छोड़) जो लोकतंत्र के हिस्सा हैं, उनकी भी यही है और जब किसी भी राय को दबाने की कोशिश की जाती है, तो उससे यह संदेह पैदा होता है कि कहीं वही मत तो सही नहीं है और इसी बात को लेकर मोदी सरकार का ईगो हर्ट हो रहा है। जिसे सही साबित करने मोदी सरकार इसके प्रचार प्रसार में करोड़ों खर्च कर रही है। विकास ने संसद में सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत आंकड़े का जिक्र कर कहा, वह इस पर अभी तक करीबन 07 करोड़ 25 लाख रूपये तो कृषि मंत्रालय ने 08 करोड़ खर्च कर चुकी है।
देश की सीमाओं पर किसान पिछले 85 दिनों से धरना प्रदर्शन पर हैं। इस बीच जहाँ 150 करोड़ का नुकसान तो सिर्फ टोल प्लाजा से ही हो चुका है। इसी तरह किसान आंदोलन शुरू होने के पूर्व ही पंजाब में रेलवे स्टेशनों एवं पटरियों पर धरना प्रदर्शन के चलते यातायात बाधित रही, जिसके चलते मालगाड़ियाँ प्रभावित रहीं। जिसका नवम्बर तक का ही अनुमान है कि भारतीय रेल को 2400 करोड़ रूपये का नुकसान पूर्व में ही हो चुका है।
पेट्रोल व डीजल के कीमतों में भारत पूरे विश्व में प्रथम स्थान पर-
विकास उपाध्याय ने याद दिलाया कि मनमोहन सिंह की सरकार के वक्त क्रूड के अंतर्राष्ट्रीय कीमत 120 डॉलर पर चले गए थे। तब भी भारत में तेल इतना महंगा नहीं था। जितना आज है। आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 63 डॉलर पर है और पेट्रोल 100 रुपये पर पहुँच गया है। तो क्या इसके लिए पिछली सरकारें जिम्मेदार हैं? विकास उपाध्याय ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी देश के सामने झूठ बोल रहे हैं। जबकि 2015 से ही अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें कम हैं, लेकिन भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा ही हुआ है। विकास ने कहा इसकी सबसे बड़ी वजह इस पर लगने वाला टेक्स है। 2013 तक पेट्रोल पर केंद्र और राज्यों के टैक्स मिलाकर करीब 44ः तक होता था। अब ये टैक्स 100-110 फीसदी तक कर दिया गया है।
देश जानना चाह रही है मोदी सरकार मिले पैसों का क्या किया?
भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए पहली बार लॉकडाउन शुरू होने के कुछ ही दिन बाद 27 मार्च को नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर्स फंड का गठन किया।
एक दिन के बाद पीएम मोदी ने सभी भारतीयों से इसमें दान देने की अपील की। मोदी ने ट्वीट पर कहा, ‘‘मेरी सभी भारतीयों से अपील है कि वो पीएम केयर्स फंड में योगदान दें।’’ उन्होंने ये भी कहा कि उनके डोनेशन से कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई और मजबूत होगी और स्वस्थ्य भारत बनाने की दिशा में ये एक लंबा रास्ता तय करेगा।
पीएम मोदी की अपील के बाद कई क्षेत्रों से डोनेशन आने शुरू हो गए। उद्योगपति, सेलिब्रिटीज, कंपनियाँ और आम आदमी ने भी इसमें अपना योगदान किया। रिपोर्टों के मुताबिक एक सप्ताह के अंदर इस फंड में 65 अरब रुपए इकट्ठा हो गए। माना ये जा रहा है कि अब ये राशि बढ़कर 200 अरब रुपए हो चुकी है। आखिर इस पैसे का हिसाब कौन देगा।
विकास उपाध्याय ने कहा, पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून 2020 को भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प में 20 भारतीय जवान मारे गए थे और 19 जून को मोदी सरकार ने कोविड-19 सामाजिक सुरक्षा उपाय कार्यक्रम में तेजी लाने चीन से 125 करोड़ डॉलर का करार किया जो भारतीय रुपये में 9200 करोड़ से अधिक है। ये पैसे कहाँ गए?
देश का 265 टन सोना गिरवी रखा। विश्व बैंक से 1 अरब डॉलर और एशियाई विकास बैंक से डेढ़ अरब डॉलर लोन, सरकारी कर्मचारियों के टी ए डी ए से 75 हजार करोड़ रुपए काटे तो सांसद व विधायकों के 30ः वेतन में कटौती के पैसे कहाँ गए। देश में वित्तीय घाटे की भरपाई के नाम पर तेल पर भारी टैक्स की कमाई के जरिये 20- 25 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम खजाने में जमा हुई वो कहाँ गया?
मोदी सरकार की भाजपा को देश में राजनैतिक कीमत चुकानी पड़ेगी-
विकास उपाध्याय ने कहा, मोदी सरकार की हट धर्मिता और चिन्हित उद्योगपतियों को उपकृत करने की मंशा भाजपा को आगे चल कर राजनीतिक रूप से चुकानी पड़ेगी। इतना ही नहीं बल्कि देश में आसन्न विधानसभा चुनाव सहित साल 2022 में होने वाले पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधानसभा के चुनावों में भी जनता के बीच भाजपा को मुँह की खानी पड़ेगी। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि किसान आंदोलन की वजह से उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब में कांग्रेस को बढ़त मिलने से कोई रोक नहीं सकता। खासकर जाट बेल्ट वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा का सफाया तय है, जिसका असर पूरे यूपी में कम से कम 100 सीटों में पड़ेगा। इसी तरह हरियाणा में 90 में से कम से कम 60 सीटों में सीधा-सीधा भाजपा को नुकसान होगा। इसी तरह राजस्थान में भाजपा की राह अब आसान नहीं है, तो पंजाब में भाजपा अब सत्ता में लौटने की सोच भी नहीं सकती।विकास ने कहा,विधानसभा सीटों के साथ ही भाजपा को लोकसभा की 70 से 80 सीटें भी गंवानी पड़ेगी।
देश को सही दिशा सिर्फ राहुल गांधी ही दे सकते हैं-
विकास उपाध्याय ने पत्रकारों से चर्चा के बीच कहा, आज भाजपा के हाथों देश पूरी तरह से दिशाहीन हो चुकी है। 2014 में जब नरेंद्र दामोदर दास मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने, उनके शपथ ग्रहण समारोह में भारत के सभी पड़ोसी देशों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया. संदेश स्पष्ट था भारत अच्छा पड़ोसी बनना चाहता है। परन्तु आज 7 साल बाद सार्क के आठ देशों अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भूटान, मालदीव, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ ही चीन से भारत के संबंध सकारात्मक नहीं है। आज देश को सिर्फ राहुल गांधी की जरूरत है जो इस देश को एक नई दिशा दे सकते हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार के भूपेश माॅडल को पूरे देश में लागू करने की जरूरत है-
विकास उपाध्याय ने कहा, आज जिस तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सफल नेतृत्व में पूरा छत्तीसगढ़ चहुँमुखी विकास की ओर अग्रसर है एवं भूपेश सरकार की योजनाएँ कारगर साबित हो रही हैं। जहाँ किसान से लेकर हर वर्ग अपने आप को संतुष्ट महसूस कर रहा है। ऐसे में केन्द्र सरकार को जरूरत है कि वह खुद भी और भाजपा शासित प्रदेशों में छत्तीसगढ़ सरकार के माॅडल को लागू करने रूचि दिखाए। उन्होंने कहा, देश की जनता आज नेता को देखकर नहीं बल्कि उसके काम को देखकर पसंद करती है। यही वजह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की छवि देश के अन्य राज्यों में एक स्टार के रूप में देखी जा रही है। उन्होंने असम सहित अन्य राज्यों में होने वाले चुनाव में कांग्रेस के जीत का दावा किया।