रायपुर, 20 फरवरी 2021/ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने आज महासमुंद जिले के विकासखण्ड पिथौरा के ग्राम सुहागपुर में आयोजित कार्यक्रम में आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस की राष्ट्रीय प्रतियोगिता के फेस-2 में चयनित राज्य के 9 छात्रों और उनके शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर पर चयनित सभी छात्रों को लैपटाप और प्रमाण-पत्र का वितरण किया गया। देश के आकांक्षी जिलों में से कुल चयनित 14 छात्रों में से 7 छात्र राज्य के आकांक्षी जिला महासमुंद के विकासखण्ड बागबाहरा के शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा के हैं। फेस-2 के लिए चयनित छात्रों ने कृषि, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, ग्रामीण स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता से समाधान हेतु इंटेल के साथ मिलकर कार्य करेंगे। कार्यक्रम में संसदीय सचिव श्री द्वारिकाधीश यादव, स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित संबंधित स्कूलों के विद्यार्थी और शिक्षक भी उपस्थित थे। मंत्री डॉ. टेकाम ने कार्यक्रम में सम्मानित सभी छात्रों और शिक्षकों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
केन्द्र सरकार की इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और प्रसिद्ध साफ्टवेयर कंपनी इंटेल के सहयोग से आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) फॉर यूथ कार्यक्रम में देश के सरकारी स्कूलों में कक्षा 6वीं से 12वीं मे अध्ययनरत छात्रों को नवीनतम आर्टिफिसियल तकनीक से रूबरू कराने और उनके द्वारा समाज की समस्याओं का एआई के उपयोग से समाधान ढूंढने के लिए यह कार्यक्रम चलाया गया।
उल्लेखनीय है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) फॉर यूथ कार्यक्रम में प्रदेश से जून 2020 में 52 हजार 628 छात्र पंजीकृत हुए और प्रथम चरण में 11 हजार 466 छात्रों ने प्रशिक्षण लिया। जुलाई 2020 में देश के 35 राज्यों से 2 हजार 536 शिक्षकों ने प्रशिक्षण लिया। अगस्त 2020 में 2 हजार 441 छात्रों से 2 हजार 704 आइडियाज जमा किए गए। 12 जनवरी 2021 को फेस-2 में चयनित देश के टॉप 100 छात्रों की सूची जारी की गई। इसमें छत्तीसगढ़ राज्य से 9 छात्र चयनित हुए जिसमें 7 छात्रों महासमुंद के नर्रा जिले से हैं। फेस-2 के लिए चयनित 9 छात्रों में महासमुंद जिले के स्कूल शासकीय कुलदीप निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नर्रा, विकासखंड-बागबाहरा के छात्रों में वैभव देवांगन, धीरज यादव, घनश्याम निषाद, यमुना यादव, हिमांशी देवांगन, परमेश्वरी यादव और गोपिका देवांगन और इसके अलावा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लेंजवारा जिला बेमेतरा की छात्रा अंजलि निर्मलकर और शासकीय गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल रायपुर की छात्रा अंकिता नामदेव शामिल है।
द्वितीय चरण के लिए इन सभी छात्रों को इंटेल के इंजीनियर प्रशिक्षण देंगे उनकी कार्यशाला आयोजित की जाएगी। जिनमें चयनित छात्रों के आइडिया को वर्किंग प्रोटोटाइप में ढाला जाएगा और इनमें से टॉप 30 का चयन फेस-3 में किया जाएगा।
क्या है आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
इंसानों में यह गुण प्राकृतिक रूप से पाया जाता है कि उनमें सोचने-समझने और सीखने की क्षमता होती है। ठीक उसी तरह एक ऐसा सिस्टम विकसित करना जो आर्टिफिशियन तरीके से सोचने, समझने और सीखने की क्षमता रखता हो और व्यवहार करने तथा प्रतिक्रिया देने में मानव से भी बेहतर हो, उसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते है। असल में कृत्रिम बुद्धिमत्ता एक ऐसी स्टडी है जिसमें ऐसा साफ्टवेयर डेवलप किया जाता है जिसमें एक कम्प्यूटर इंसान की तरह और इंसान से भी बेहतर रेस्पॉन्स दे सके। एक्सपर्ट सिस्टम, गेम प्लेयिंग, स्पीच रिकग्निशन, नेचुरल लैंग्वेज, कम्प्यूटर विजन, न्यरल नेटवर्क, रोबोटिक्स, फाइनेंस, कम्प्यूटर साइंस, वेदर फोरकास्ट और एविएशन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मुख्य एप्लीकेशन हैं।