बेमेतरा प्रदेश के गृह जेल एवं लोक निर्माण मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू बेमेतरा प्रवास के दौरान कृषि ऊपज मण्डी पहँुचकर श्रीमद् भागवत कथा का रसपान किया। विश्व शंाति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं राधाकृष्ण सत्संग समिति बेमेतरा के तत्वाधान मे इसका आयोजन किया जा रहा है। व्यास पीठ पर देश के सुप्रसिद्ध कथा वाचक भगवताचार्य देवकीनंदन ठाकुर के मुखारबिंद से श्रीमद् भगवत कथा का आज छठवां दिन था। गृह मंत्री श्री साहू ने कहा कि आज मै कथा श्रवण करने आया हूँ, इस लिए ज्यादा कुछ नही कहूँगा। श्रीमद् भागवत कथा को अपने जीवन मे उतारना चाहिए। परोपकार की भावना, विश्व शांति, मानव कल्याण, प्रेम एवं भाई-चारा का संदेश हमे श्रीमद् भागवत कथा से मिलता है। गृहमंत्री श्री साहू एवं विधायक बेमेतरा श्री आशीष कुमार छाबड़ा ने देवकीनंदन ठाकुर का पुष्पाहार पहना कर आत्मीय स्वागत किया। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने अपने कथा के जरिए बताया कि यदि हमे स्वस्थ रहना है तो हमे शाकाहार को अपनाना होगा। आज कथा के दौरान रुखमणी-विवाह प्रसंग सुनाया। श्रीमद् भगवत कथा का गुरुवार 19 मार्च को अंतिम दिवस है। इस अवसर पर अवनीश राघव, टी आर जनार्दन, ललित विश्वकर्मा, योगेश तिवारी सहित बड़ी संख्या मे श्रद्धालु जन उपस्थित थे।
आज की कथा का सार- जिस स्थान पर निरीह पशुओं का रक्त निकलता हो
वह स्थान कभी सुख नहीं देता –देवकीनंदन ठाकुर
राधा कृष्ण सत्संग समिति बेमेतरा के द्वारा आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत पुराण कथा के छठवें दिन भागवताचार्य कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर जी ने कहा कि जिस स्थान पर निरीह पशुओं का रक्त निकलता हो वह स्थान कभी सुख नहीं देगा उन्होंने कहा कि सभी प्रांतीय सरकार सहित भारत सरकार से अपील है कि भारत में पशुओं की बलि को पूर्णता प्रतिबंधित कर दिया जाए उन्होंने बेमेतरा के कृषि उपज मंडी प्रांगण में आयोजित भागवत कथा के भागवत प्रारंभ होने के बाद से पशुओं की बलि प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई थी कथावाचक ठाकुर जी ने जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर ग्राम संडी के पास स्थित सिद्धि माता मंदिर के पास लगातार बलि प्रथा की जानकारी होने के बाद से बलि प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की बात किया गया था। इस पर मंदिर समिति के द्वारा जिला प्रशासन को बलि प्रथा पर प्रतिबंध लगाने की संबंधित ज्ञापन सौंपा गया जिसके आधार पर जिला प्रशासन ने वहां पर बलि प्रथा पर प्रतिबंध लगा दिया है। जिसकी चर्चा करते हुए भागवताचार्य देवकीनंदन जी ठाकुर ने कहा कि भगवान से की गई प्रार्थना को भगवान ने स्वीकार कर लिया है। उन्होंने आगे कहा कि आपकी सफलता और असफलता आपके एडवाइजर देने वालों के ऊपर निर्भर करता है यदि कोई बड़े घर में भी जन्मा हो परंतु उसको एडवाइस देने वाला गलत होगा तो वह कभी भी सफल नहीं हो सकता इसलिए हमेशा सही आदमी सही संग वाले के साथ रहना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जिंदगी कैसे हैं जिंदगी कैसे होनी चाहिए हैं यह भागवत पुराण और वेद में सिखाते हैं। आगे कहा गया कि सत्संग में आते रहना चाहिए तो असफल होने पर कैसे सफल होते हैं सफल हैं तो शांत कैसे रहना चाहिए यह वेद पुराण में सिखाते हैं पहले राजा महाराजा राज करते थे और राजा कुर्सी पर बैठे रहते थे किंतु आदेश राजा के गुरु देते थे, कहा जाता है कि जैसी राजा वैसी प्रजा होती है इसलिए इस सत्संग में अवश्य जाना चाहिए उन्होंने भागवत कथा श्रवण करने पहुंचे प्रदेश के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू एवं पूर्व मंत्री सियाराम साहू का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस प्रदेश के मंत्री एवं पूर्व मंत्री कथा श्रवण करने पधारे हो वह प्रदेश अवश्य ही विकास करेगा इसीलिए कहा जाता है कि छत्तीसगढ़िया तो उपस्थित श्रद्धालुओं ने सामूहिक रूप से ऊंची स्वर में कहा छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया ।
भागवत आचार्य ने कहा कि भगवान की पूजा अवश्य करनी चाहिए क्योंकि भगवान ही आपके सबसे करीब होते हैं पर कभी भी पद धन रूप ज्ञान भक्ति का घमंड नहीं करना चाहिए क्योंकि यह सब भगवान का है इसमें हमारा कुछ नहीं है और जहां अभिमान रहता है वहां भगवान नहीं रहता और जहां भगवान रहता है वहां अभिमान नहीं रहता इसलिए अभिमान कभी नहीं करना चाहिए इस भागवत कथा ज्ञान सप्ताह यज्ञ के मुख्य यजमान योगेश तिवारी हैं।