अब अतीत को पीछे छोड़ सुनहरे भविष्य को संवारे – विधायक मोहन मरकाम

गांव-गांव में बाइक सवार काफिला का लोगो ने किया भव्य स्वागत,ग्रामीणों के उल्लास, अधिकारियों-जनप्रतिनिधियों के उत्साह ने रैली का बनाया यादगार, लिंगो देव पथ बाईक रैली का मूरनार के ‘गौठान‘ में हुआ समापन

कोण्डागांव, विकासखण्ड कोण्डागांव के ग्राम मर्दापाल से विकासखण्ड केशकाल के गांव खालेमुरवेण्ड दूरी (150 कि.मी) तक सम्पन्न बहुप्रतीक्षित ऐतिहासिक बाइक रैली का हजारो ग्रामीणों के उल्लास एवं बाइक सवार जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों के अपूर्व उत्साह के अविस्मरणीय क्षणों के कारण सदैव याद रखा जायेगा। विशेष तौर पर उक्त रैली को यादगार इसलिए भी कहा जा सकता है कि क्षेत्र के विधायक श्री मोहन मरकाम, आईजी बस्तर पी.सुंदरराजन, कलेक्टर श्री नीलकंठ टीकाम, पुलिस अधीक्षक सुजीत कुमार सहित जिले के आला अधिकारियों ने स्वंय बाइक के माध्यम से अंदरुनी ग्रामों से गुजरकर 150 कि.मी. दूरी का सफर तय किया। ज्ञात हो कि जिला कोण्डागांव को एक नई पहचान देने वाले 150 कि.मी. ‘लिंगो देव पथ‘ मार्ग के लोकार्पण उत्सव को स्थानीय गोण्डी भाषा में ‘‘पुनांग हर्री त पंडुम‘‘ नाम दिया गया।

बस्तर के आदिवासियों के लिए माँ दंतेश्वरी के बाद लिंगो देव को आराध्य देव के रुप में पूजा जाता है जिनके नाम पर श्रद्वावश उक्त नामकरण किया गया। ग्राम पंचायत मर्दापाल के पंचायत भवन से रैली के शुभारंभ के क्षणों में मुख्य अतिथि मंत्री वाणिज्यिक कर (आबकारी) उद्योग श्री कवासी लखमा, सांसद बस्तर श्री दीपक बैज, विधायक नारायणपुर श्री चंदन कश्यप की उपस्थिति में सैकड़ो ग्रामीण महिलाओं एवं पुरुषों ने रैली प्रतिभागियों की सुखद यात्रा की कामना करते हुए पुष्प बरसा कर, विधायक कोण्डागांव, कलेक्टर सहित जिला अधिकारी-कर्मचारियों को रवाना किया। नवागांव, रानापाल, लखापुरी, नाहकानार, रेंगागोंदी, आदनार, बड़को, चलका, चिमड़ी, बयानार, मुंगवाल, टेमरुगांव, भाटपाल जैसे बीहड़ दुर्गम्य गांव जहां कभी इक्के-दुक्के बाइक सवार और कभी-कभार चौपहिया वाहन दौड़ते थे वहां लगभग दो हजार सफेद टी-शर्ट पहने बाइक सवार जनप्रतिनिधि-अधिकारियों को देखकर रहने वाले सरल ग्रामीणों को हुजुम उनका उत्साह बढ़ाने के लिए उमड़ पड़ा। कहीं-कहीं तो लोगों ने पेड़ों पर चढ़ हाथ हिलाकर काफिले का हौसला बढ़ाया। इस अवसर पर ग्रामीण नर्तक दल भी पीछे नहीं रहे उनके भी ढोल-मांदरी और नृृत्य ने पूरे वातावरण को एक उत्सव का रुप दे दिया था। विभिन्न पड़ावो से गुजरते हुए इन बाइक सवार काफिलो के लिए पेयजल, स्वल्पाहार और भोजन का भी ग्रामीणों द्वारा प्रबंध किया गया था। इन सभी व्यवस्थापको में स्कूली छात्र-छात्राओं एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं को भी प्रशसंनीय योगदान रहा, इसके अलावा सभी पड़ाव स्थल पर ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिताऐं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी अपना अलग आकर्षण था।

बीहड़ गांव कुएमारी की महिलाऐं अब चलायेंगी आटो रिक्शा

            रैली मार्ग के अंतिम पड़ाव के ग्राम कुएमारी में पहुंचकर विधायक श्री मरकाम द्वारा स्व-सहायता समूह की महिलाओं को नए आटो रिक्शा की चाबिया सौंपी गई। मौके पर विधायक ने महिलाओं को इस व्यवसाय के सफल संचालन के लिए महिलाओं को शुभकामनाऐं भी दी गई। उल्लेखनीय है कि इन महिला आटो रिक्शा चालको ने प्रदत्त नए आटो में विधायक संग कलेक्टर को बिठाकर अपने बेहतर चालक होने का प्रमाण भी दिया यह भी रैली के दौरान सुखद चर्चा का विषय रहा। 

            रैली का समापन स्थल विकासखण्ड केशकाल के तलहटी ग्राम खालेमुरवेण्ड (मुरनार) के गौठान में निर्धारित था। इस दौरान गौठान में ग्रामीणों द्वारा विशेष समापन समारोह आयोजित किया गया। गौरतलब है कि संध्या 6 बजे तक सभी बाइक सवार केशकाल के उपरी पहाड़ी पर बसे ग्राम रांधा को लांघ कर मुरनार गंतव्य स्थल तक (जिनमें विधायक एवं कलेक्टर शामिल थे।) पहुंच चुके थे। जिनका मुरनार के ग्रामीणों ने गाजे-बाजे के साथ आत्मीय स्वागत किया। इस मौके पर ग्रामीणों से रुबरु होते हुए विधायक ने कहा इस ऐतिहासिक बाइक रैली की सफलता यह साबित करता है कि बस्तर अब फिर से शांति का टापू बनकर विकास के नए युग में प्रवेश कर रहा है। जगह-जगह ग्रामीणों के अपार जनसमूह ने यह दर्शाया है कि वे शासन की शांति, सुरक्षा, विकास एवं विश्वास की नीतियों में भरोसा करते है और अब पुराने अतीत को भूलकर नए भविष्य को संवारने का वक्त आ गया है। उन्होंने आगे कहा कि लिंगो देव पथ मार्ग निर्माण के सफल क्रियान्वयन में शामिल जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी, श्रमिक सभी के भागीरथ प्रयास से इस लाईफ लाईन रोड का निर्माण किया गया और यह रोड इन क्षेत्रों की बसाहट के ग्रामों के विकास में मील का पत्थर रहेगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम मुरनार गौठान में संचालित महिला स्व-सहायता समूह की रोजगारपरक गतिविधियों की विशेष रुप से सराहना भी की।

            समापन के अवसर पर कलेक्टर द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा गया कि लिंगो देव पथ मार्ग प्राचीन दण्डकारण्य क्षेत्र के प्राचीन मार्गो के अंतर्गत था, जो कालांतर में दुर्भाग्यवश अदृश्य हो गया फलस्वरुप यह भू-भाग पिछड़ा क्षेत्र कहलाने लगा। परन्तु इस नए मार्ग के बनने से आने वाले वर्षो में यहां विकास की गति बढ़ेगी और इसे आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता। जिला प्रशासन द्वारा शासन, जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों एवं मीडिया प्रतिनिधियों की सहभागिता एवं बेहतर समन्वय से इस कार्य को पूर्ण किया गया। इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। कार्यक्रम के समापन के साथ ही लिंगो देव पथ निर्माण से जुड़े सभी ग्रामीणों, अधिकारी-कर्मचारियों को विधायक द्वारा प्रशस्ति पत्र भी दिया गया। इस दौरान अध्यक्ष जिला पंचायत श्री देवचंद मातलाम, जनप्रतिनिधि रवि घोष, अमीन मेमन, एसडीएम डी.डी.मण्डावी, कार्यपालन अभियंता अरुण शर्मा, अभियंता सचिन मिश्रा सहित जिला प्रशासन के सभी अधिकारी-कर्मचारी सहित ग्रामीणजन उपस्थित थे।  

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