रायपुर। छत्तीसगढ़ की तर्ज पर असम प्रदेश में कांग्रेस की सरकार लाये जाने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समन्वयक के तौर पर कमर कस ली है। उन्होंने अपने खास सिपह सलाहकारों को असम भेजकर बूथ स्तर में जोर-शोर से प्रशिक्षित कर एक-एक मतदाता तक पहुँचने कांग्रेस के रणनीति पर कार्य करने के निर्देश दिए हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं असम प्रभारी विकास उपाध्याय महिनों से असम में अपने 02 दर्जन साथियों के साथ पूर्व से ही जमे हुए हैं, जो ब्लाॅक स्तर में बैठक आयोजित कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में सक्रियता ला रहे हैं। आज इसी क्रम में विधानसभा थरवा में प्रशिक्षकों की पहला शिविर रख इसकी शुरूआत की गई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बूथ स्तर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देकर कांग्रेस को मजबूत करने की रणनीति को लेकर प्रियंका गाँधी से दिल्ली में कई दौर की बैठकें हाल ही के महिनों में हो चूकी है। भूपेश बघेल ने इसी पर केन्द्रित असम चुनाव को गंभीरता से लेते हुए छत्तीसगढ़ की तर्ज पर सत्ता में वापसी को लेकर पूरी ताकत झोंक दी है। उन्होंने अपने खास सिपह सलाहकार माने जाने वाले विनोद वर्मा, राजेश तिवारी, रूचिर गर्ग, सुरेन्द्र शर्मा और अरूण भद्रा को असम भेजकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर प्रशिक्षित करने तैनात कर दिया है। ये नेतागण 29 और 30 जनवरी को असम की राजधानी गुवाहाटी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को दो दिन का प्रशिक्षण देने के पश्चात् आज से विधानसभा स्तर पर इसकी शुरूआत कर दी है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व असम प्रभारी विकास उपाध्याय ने बताया कि उनके प्रभार वाले जिला शिवसागर के अन्तर्गत थरवा विधानसभा क्षेत्र में 145 बूथ कमेटी के कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आज इन वरिष्ठ नेताओं द्वारा 4 घंटे तक प्रशिक्षण दिया गया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण देते हुए राजेश तिवारी ने एक-एक बारिकियों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ध्यान केन्द्रित किया और कहा, वे वाल राइटिंग से लेकर ग्रामीण अंचल से जुड़े रोड, नाली, पानी, बिजली से लेकर उन सारे मुद्दों को मतदाताओं पर केन्द्रित करें, जिन चीजों से उनका हर वक्त सामना होता है। इसी तरह कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता विनोद वर्मा, राजेश तिवारी, रूचिर गर्ग, सुरेन्द्र शर्मा और अरूण भद्रा ने भी नये तरीके से मतदाताओं के बीच कांग्रेस को ले जाने के गुर सिखाए। प्रशिक्षकों के इस प्रशिक्षण शिविर में असम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। विकास उपाध्याय ने कहा, यह प्रशिक्षण असम के सभी विधानसभा में बूथ स्तर पर दी जाएगी और इसके माध्यम से कांग्रेस के विचारधारा को शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण अंचल में एक-एक घरों और सभी मतदाताओं तक पहुँचाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम बूथ स्तर पर कांग्रेस के लोगों को सक्रिय कर असम में कांग्रेस की सरकार बनाने सफल होंगे। बूथ स्तर पर कार्य करने वाला कांग्रेस का कार्यकर्ता तय करेगा कि असम के मतदाता क्या चाहते हैं। विकास उपाध्याय ने कहा, इन्हीं बूथ के माध्यम से हम भाजपा के पाँच साल की नाकामियों को मतदाता तक पहुँचाएंगे, उन्हें बताएंगे कि सत्ता हासिल करने भाजपा ने जो घोषणा पत्र जारी किया था, उसे वह पूरा नहीं कर सकी।
असम चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की गंभीरता इसी बात से लगाई जा सकती है कि वे कांग्रेस को सत्ता में पून:स्थापित करने बूथ स्तर पर एक-एक कांग्रेस के लोगों को मजबुत करने की रणनीति पर कार्य करने जोर दे रहे हैं। ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ में हुए साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष रहते वे इसी तर्ज में बूथ स्तर पर पहली बार कांग्रेस को मजबूत करने अभूतपूर्व सफलता हासिल की थी और जिस तरह से उन्होंने असम कांग्रेस के लोगों को प्रशिक्षण देने सूलझे हुए प्रशिक्षकों को भेजकर कार्य करना शुरू कर दिया है। निश्चित तौर पर इससे असम विधानसभा के चुनाव में जबरदस्त लाभ मिलेगा। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री बघेल स्वयं भी कई प्रशिक्षण शिविर में सम्मिलित होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जान फूंकने का काम करेंगे।