मध्यप्रदेश : मुख्यमंत्री चौहान ने कहा तीन साल में पूरी आबादी तक पहुँचाये पेयजल

भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नागरिकों को शुद्ध और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए समयबद्ध प्रयास किए जाएं। मंत्रालय में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि वर्ष 2023 तक शत प्रतिशत ग्रामीण घरों में पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने की दिशा में कार्य किया जाए। पेयजल योजनाओं के संधारण के कार्य सुचारू रूप से हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विभागीय संरचना को अधिक सक्षम बनाने के प्रयास हों।

आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लिए विभाग का रोड मैप

प्रदेश में वर्ष 2020-21 में दिसम्बर माह तक 11 लाख 63 हजार घरों में कनेक्शन दिया जा चुका है। वर्ष 2023 तक प्रदेश के सभी ग्रामीण घरों में पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में इस वित्त वर्ष के अंत तक 14 लाख 71 हजार घरों तक नल से जल प्रदाय का लक्ष्य है। अगले तीन वर्ष में करीब सवा करोड़ ग्रामीण परिवारों तक यह सुविधा पहुंचाने का प्रयास है। जनवरी 2021 तक 31 लाख 61 हजार घरों तक पेयजल प्रदाय की यह व्यवस्था हो चुकी है। नल, बिजली आदि की मरम्मत के लिए 50 हजार मैकेनिक अगले 3 वर्ष में प्रशिक्षत किए जाएंगे। प्रदेश में इस वित्त वर्ष में 1219 मैकेनिक मानव संसाधन प्रशिक्षण ले चुके हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास केन्द्र के माध्यम से भी इन्हें प्रशिक्षत किया जायेगा।

मुख्यमंत्री के निर्देश

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि शहरों में भी जल क्रांति के अंतर्गत प्रत्येक परिवार तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि मॉडल के तौर पर किसी एक जिले में शत प्रतिशत आबादी को पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया जाए। इस मॉडल का विस्तार इसके पश्चात अन्य जिलों में किया जाए। हैंडपंप में गड़बड़ी होने पर सुधार की कार्रवाई तत्काल की जाए।विभाग के अधिकारी उपभोक्ताओं से संवाद रखें। ग्रामीण क्षेत्रों में हैंडपंप बिगड़ने की शिकायतों को तत्काल दूर किया जाए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग और जल जीवन मिशन की गतिविधियां सराहनीय हैं। आमजन तक इन कार्यों के संबंध में जानकारी प्रेषित की जाए। अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव ने प्रेजेंटेशन दिया।

बैठक में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी राज्य मंत्री श्री बृजेंद्र सिंह यादव, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।

समस्या के निराकरण में अव्वल है विभाग

बैठक में बताया गया कि सीएम मानिट और सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग प्रथम स्थान पर है। विभाग ने 123 मामले हल कर ए-प्लस श्रेणी आर्जित की है। मुख्यमंत्री की घोषणाओं को पूरा करने में भी विभाग सक्रिय है। सीएम हेल्पलाइन के मामलों को हल करने में विभाग प्रथम है। गत 7 माह में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को 85.67 अंक प्राप्त हुए हैं। निरंतर ए रेटिंग प्राप्त हो रही है। कुल 14 हजार 284 प्राप्त शिकायतों में से 12 हजार 401 शिकायतों का निराकरण किया जा चुका है।

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