रायपुर। श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के आध्यात्मिक, नैसर्गिक एवं सारस्वत वैभव से परिपूर्ण वातावरण में 72 वां गणतंत्र दिवस समारोह पूरे राष्ट्रीय गौरव एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के माननीय कुलाधिपति, अनंत विभूषित श्री रविशंकर जी महाराज (श्री रावतपुरा सरकार) के द्वारा विश्वविद्यालय परिवार की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वजारोहण के साथ हुआ। गगनभेदी राष्ट्रगान के अनुक्रम में जय घोष के साथ ध्वज वंदन का कार्य पूर्ण किया गया। इसी कार्यक्रम की कड़ी में मंचीय कार्यक्रम के अंतर्गत माननीय अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मां सरस्वती की वंदना की गई। इसी अनुक्रम में मंचस्थ अतिथियों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री रावतपुरा सरकार महाराज, प्रति-कुलाधिपति माननीय श्री राजीव माथुर जी, माननीय कुलपति प्रो. (डाॅ.) राजेश पाठक जी एवं संयुक्त राज्य अमेरिका से पधारे महाराज श्री के अनन्य भक्त एवं संत श्री बटुक महाराज जी उपस्थित थे। मंचस्थ अतिथियों का पुष्पगुच्छ से स्वागत के उपरांत उद्बोधन कार्यक्रम प्रारंभ हुआ।
अपने उद्बोधन में विशिष्ट अतिथि प्रति कुलाधिपति श्री राजीव माथुर जी ने गणतंत्र दिवस की इस पावन बेला में भारत माता के अमर शहीदों को स्मरण किया साथ ही साथ विश्वविद्यालय की कार्य योजना और शैक्षिक गतिविधियों पर प्रकाश डालते हुए नवीन प्रकल्पों की घोषणा की। उद्बोधन के इस क्रम को आगे बढ़ाते हुए अमेरिका से पधारे हुए महाराज श्री के अनन्य शिष्य श्री बटुक महाराज जी भारतीय संस्कृति की ओजस्विता और भारतीय सांस्कृतिक विरासत की तेजस्विता पर प्रकाश डालते हुए गणतंत्र दिवस के इस भव्य आयोजन पर अपनी हार्दिक प्रसन्नता व्यक्त की, साथ ही उन्होंने श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के विभिन्न प्रकल्पों की प्रशंसा की।
उद्बोधन के क्रम को आगे बढ़ाते हुए श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. (डाॅ.) राजेश पाठक जी ने विश्वविद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों को आगे ले जाने के लिए विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों का आवाहन किया और एक सुनिश्चित कार्य योजना पर चलकर के इस विश्वविद्यालय को देश ही नहीं बल्कि विश्व के श्रेष्ठतम् विश्वविद्यालयों की पंक्ति में सर्वोच्च स्थान पर लाने का संकल्प व्यक्त किया। आशीर्वचन स्वरूप अध्यक्षीय उद्बोधन में विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, अनंत विभूषित श्री रविशंकर जी महाराज (श्री रावतपुरा सरकार) ने विश्वविद्यालय की स्थापना के उद्देश्य, विश्वविद्यालय की कार्य योजना एवं विश्वविद्यालय के लक्ष्य और आदर्शों का विस्तार से विवेचन किया, साथ ही साथ इस बात पर विशेष बल दिया कि किस तरह से उनके मानस पटल पर विश्वविद्यालय की स्थापना का विचार आया और कैसे यह विचार आज विश्वविद्यालय के रूप में साकार हो रहा है। पुज्य महाराज श्री ने अपने उद्बोधन में विश्वविद्यालय परिवार के समस्त सदस्यों को इस बात के लिए संकल्पबद्ध किया कि जो जहां भी जिस भी दायित्व में है पूरी निष्ठा, समर्पण और कार्य क्षमता के साथ विश्वविद्यालय को उत्कृष्टता के शिखर पर ले जाने के लिए प्रयत्नशील रहें। विश्वविद्यालय परिवार ने नतमस्तक होकर इस सद्संकल्प को साभार स्वीकार किया। इसके साथ ही उद्बोधन का कार्यक्रम पूर्ण हुआ और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का दौर चला।
सूरताल में सजी हुई सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के क्रम में राष्ट्रीय, सांस्कृतिक एवं देशभक्ति से ओतप्रोत गीतों की संगीतमय प्रस्तुति की गई। श्री रावतपुरा सरकार इस्टीट्युट आॅफ नर्सिंग, श्री रावतपुरा सरकार इंटरनेशनल स्कूल एवं योग विज्ञान विभाग के विद्यार्थियों ने संगीतमय योग प्रस्तुतियों के माध्यम से योग की मूल भावना को अभिव्यक्त किया। जिससे प्रभावित होकर के तत्काल ही विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति श्री राजीव माथुर जी ने प्रस्तुति प्रदान कर रहे योग विज्ञान विभाग की छात्रा एवं विभिन्न योग प्रतियोगिताओं में अंतर्राट्रीय पुरस्कार प्राप्त कु. दामिनी साहू को विश्वविद्यालय की ओर से उनके अध्ययन के लिए छात्रवृत्ति की घोषणा की। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुल सचिव श्री वरुण गंजीर जी ने इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मिलित अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त करके इस कार्यक्रम को पूर्ण किया। कार्यक्रम का संचालन एवं प्रस्तुतिकरण प्रोफेसर शोभना झा एवं सुश्री मोनिका मिश्रा ने किया। इस कार्यक्रम के भव्य आयोजन के लिए श्री रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी रायपुर के निदेशक श्री अतुल तिवारी जी ने समस्त विश्व विद्यालय परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।