जशपुर, दहेज़ जैसी कुप्रथा को खत्म करने के लिए सरकार ने कई कड़े नियम बनाए, और गाहे बगाहे इन पर कार्यवाही भी देखने सुनने में जानकारी प्राप्त होती है। समाज मे बड़े वर्ग में सिकचित वर्ग भी जब इस तरह की हरकत करने लगे तो सभ्य समाज मे चिंतित होने वाली बात सामने आ जाती है। दहेज़ जैसी कुप्रथा कब समाप्त होगी और कब समाज जाग्रत होगा यही सवाल लिए समय अपने चक्र के साथ निरन्त गति से बढ़ता जा रहा है।
क्या है मामला
जशपुर, प्रार्थी ने थाने में आकर जब अपनी आप बीती सुनाई जिसका मौजू ये है कि मैं ग्राम सरबोक थाना बगीचा की रहने वाली हु।मेरी शादी6/5/2017 को धीरज गुप्ता, पिता दिलीप गुप्ता बनियान टोला जशपुर के साथ हिंदू रीतिरिवाज के साथ संपन्न हुआ, शादी के कुछ समय तक तो सब कुछ ठीक चल रहा था, कुछ दिनों बाद मुझे मेरे ससुराल वालों ने बात बात पर ताना देना शुरू किया कि कम दहेज लाई हो शारीरिक और मानशिक रूप से प्रताड़ित करने लगे, महिला ने अपनी एफ आई में दर्ज शिकायत में कहा कि लगभग नौं लाख रुपए नगदी खाता में ट्रांसफर किये व तकरीबन डेढ़ लाख रुपए ससुराल वालों को दिए, इसके साथ ही सोने चांदी के जेवरात भी अपनी ससुराल वालों को सौप दी परंतु मामला यही शांत नही हुआ पति द्वारा निरंतर मारपीट किए जाने से मेरा 3 माह का गर्भ भी गिर गया, महिला ने शिकायत करते हुए कहा कि मैं रोज रोज की प्रताड़ना से तंग आकर याब पुलिस की सरण में आई हूं और सभी दोषियों पर कार्यवाही चाहती हु। जब महिला ने अपनी शिकायत दर्ज कराई जिसकी सूत्रों की माने तो भनक उसके पति धीरज गुप्ता को लग गई तब से धीरज गुप्ता अपने पूरे परिवार के साथ फरार बताया जा रहा है।
अब देखना यह है कि पीड़िता को कब तक न्याय मिल पाता है