वाशिंगटन। कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका के बीच जुबानी जंग। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा इस वायरस को ‘चीनी वायरस’ कहे जाने के बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे से आधारहीन आरोप नहीं लगाने की मांग की। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘संयुक्त राज्य अमेरिका, एयरलाइंस सरीखे उद्योगों के साथ खड़ा है जो चाइनीज वायरस से प्रभावित हुए हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति के इस ट्वीट के बाद चीन ने भी प्रतिउत्तर देते हुए अमेरिका के कई पत्रकारों पर बैन लगा दिया है. इधर अमेरिकी पत्रकारों के संकट को देखते हुए विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने चीन से अपने फैसले पर फिर से विचार करने की अपील की है।
इधर ट्रम्प के चीनी वायरस वाले बयान पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है. उन्होंने कहा है की यूनिस्को और डब्ल्यूएचओ भी कोरोना के लिए ऐसे नाम इस्तेमाल न करने की हिदायत दे चुके हैं, लेकिन ट्रंप पर इसका असर नहीं हुआ और उन्होंने अपने बयान को जायज ठहराते हुए कहा, ‘ चीनी वायरस बयान बिल्कुल उपयुक्त था।’