बेमेतरा, 23 दिसंबर 2020। कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और कोविड-19 की व्यवस्थाओं में अग्रिम पंक्ति पर रहकर कार्य करने वाले जिला अस्पताल के तीन कोरोना वॉरियर्स को आज सम्मानित किया गया। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस एक्जीक्यूटिव ब्रांच मैनेजर टीआर साहू द्वारा शारीरिक दूरी के नियमों के पालन के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में तीन लोगों को कोरोना योद्धा सम्मान-2020 प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर श्री साहू ने कहा कोरोना वॉरियर्स की कर्तव्य परायणता और कर्तव्यनिष्ठा के बल पर ही कोरोना महामारी के खिलाफ जंग जीती जा रही है| उन्होंने कहा इस वैश्विक महामारी में अपने प्राण को जोखिम में डालकर चिकित्सा क्षेत्र में कार्य करने सेवा देने वाले कारोना योद्धाओं का सम्मान किया जा रहा है। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस द्वारा सम्मानित होने वालों में जिला अस्पताल बेमेतरा में सेवा दे रहे ट्रु-नाट लैब प्रभारी डॉ ऊर्चिता पटेल, दंत चिकित्सक डॉविजया रमन और संजय तिवारी आईसीटीसी (एमएलटी) को कोरोना योद्धा सम्मान-2020 दिया गया। इस अवसर पर जिला अस्पताल के डॉक्टर, मेट्रन, अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
ट्रु-नाट लैब से 24 घंटे के भीतर मिले सेम्पल का रिपोर्ट
कोरोना ट्रु-नाट लैब प्रभारी डॉ ऊर्चिता पटेल बताती हैं वह बीते मार्च से ही हर दिन निरंतर ड्यूटी पर मुस्तैद रही हैं। उन्होंने कहा वैश्विक महामारी के इस दौर में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चिकित्सक से लैब स्टॉफ तक सभी जी-जान से टीम वर्क में जुटे हुए हैं। ये सभी अपनी जिम्मेवारियों का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं। लेकिन, कोरोना की इस लड़ाई में सबसे कठिन कार्य लैब प्रभारी कर रहे हैं। डॉ ऊर्चिता पटेल ने बताया जब कोविड-19 की वजह से लॉक डाउन शुरु हुआ तब जिला अस्पताल के लैब में ट्रु-नाट मशीन नहीं थी| ट्रु-नाट मशीन स्थापना के लिए मेडिकल कॉलेज से ट्रेनिंग लेकर कई तरह की दिक्कतों का सामना करते हुए लैब की शुरु की गई। एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट के बाद सेम्पल ट्रु-नाट मशीन से 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट आने से कोविड-19 के पॉजेटिव मरीजों को आइशोलेशन करने में सुविधाएं मिलने लगी। डॉ पटेल ने बताती हैं लैब टेक्नीशियन, डॉक्टर, एमएमटी ने सैंपल जांच में सराहनीय कार्य किया है। अब तक 3,092 से अधिक लोगों के सैंपल जांचेगए जिसमें से 230 का रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव मिला। लैब में सेम्पल कलेक्शन और जांच से लेकर मशीनों की रखरखाव की जिम्मेदारी
कोरोना योद्धा संजय तिवारी आईसीटीसी (एमएलटी) एचआईवी एड्स के लैब अतिरिक्त कोरोना महामारी में आपात कालीन सेवाएं प्रदान करने में तत्पर रहें। कोरोना मरीज की पहचान से इलाज तक की प्रक्रिया में लैब टेक्नीशियन का जांच कार्य एवं कोरोना मरीजों के सैंपल लेने का कार्य अत्यधिक जोखिम भरा था क्योंकि सैंपल लेने के दौरान मरीज और लैब टेक्नीशियन के बीच दूरी न के बराबर रहती है। संजय तिवारी बताते हैं मेडिकल लैबरेटरी टेक्निशन (Medical laboratory technician) का कार्य डाक्टरों के निर्देश पर करते हैं। कोरोना योद्धा संजय तिवारी बताते हैं कोरोना वायरस के सेम्पल और मशींस के रख-रखाव से लैबरेटरी में नमूनों की जांच और विश्लेषण में काम आने वाला घोल भी लैब टेक्निशन ही बनाते हैं। मेडिकल साइंस के साथ-साथ लैब सुरक्षा नियमों और जरूरतों के बारे में पूरी जानकारी अपडेट रखना पड़ता है। लैब टेक्निशन होने की वजह से कोरोना नमूनों की जांच का काम करते रहे हैं। उन्होंने बताया जांच के दौरान एमएलटी (Medical laboratory technician) कुछ सैंपलों को आगे आरटीपीसीआर की जांच या फिर जरूरत के अनुसार उन्हें सुरक्षित भी रखने का जिम्मेदारी भरा कार्य करना होता है।
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