दुर्ग, 19 दिसंबर 2020। एकीकृत बाल विकास परियोजना दुर्ग (ग्रामीण) द्वारा सेक्टर रसमड़ा की ग्राम पंचायत महमरा व गनियारी में महिला जागृति शिविर आंगनबाड़ी भवन में आयोजित किया गया । इस दौरान गर्भवती महिलाओं की गोदभराई, बच्चों का अन्नप्राशन, कुपोषित बच्चों को सुपोषण किट एवं मास्क का वितरण किया गया। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को शासन द्वारा निर्धारित यूनिफार्म वितरित किए गए। शिविर में रेडी-टू-ईट पाउडर से बने विभिन्न प्रकार के पकवानों एवं अलग-अलग प्रकार की भाजियों का प्रदर्शन कर भाजियों की उपयोगिता को बताया गया। इस दौरान स्कूली बालिकाओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई। साथ ही सभी विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया एवं जनप्रतिनिधियों को स्मृति चिंह भेंट स्वरुप दी गई। कार्यक्रम में 9 ग्राम पंचायत की 24 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका उपस्थित रही। शिविर के आयोजन को लेकर सक्रिय भागीदारी मीना देवदास, मिथलेश देवदास, उत्तम कुंवर, यमुना साहू, सोनिका सोनी, रत्नी, ज्योति ठाकुर, राधा निर्मलकर व माधुरी गुप्ता ने सहयोग प्रदान कर निभाई ।
ग्राम पंचायत गनियारी के महिला जागृति शिविर में जनपद सदस्य श्रीमति भाना ठाकुर बोरई, अजय वैष्णव रसमड़ा, ग्राम गनियारी की सरपंच श्रीमति पुष्पा ठाकुर, पूर्व सरपंच रोहित कुमार सहित उपसरपंच व पंचगण उपस्थित रहे । शिविर में छत्तीसगढ महिला कोष योजना के तहत तीन महिला स्वसहायता समूहों को चेक वितरण किया गया। वहीं सेवानिवृत्त आंगनबाड़ी सहायिका हठियारिन यादव गनियारी क्रमांक-1, दुरपत ठाकुर कोटनी क्रमांक-02 को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर महिला पर्यवेक्षक श्रीमति शशि रैदास ने गर्भवती महिलाओं, बच्चों के खानपान और स्वास्थ्य से संबंधित परिवार के अन्य सदस्यों को सहयोग करने एवं ध्यान रखने के लिए जागरुक किया। कार्यक्रम में शिशुवती माता श्रीमति रीना साहू ने भी प्रतिभाग किया उन्होंने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था । जन्म के बाद उनके बच्चों का वजन सामान्य से कम था। परिवार के सहयोग से रीना ने दोनों बच्चों का देखभाल कर स्तनपान कराया जिससे 2 से 3 महीने बाद शिशुओं का वजन सामान्य स्तर पर आ गया है । शिशुओं का पालन पोषण एवं उनकी ठीक तरह से करने के लिए रीना को इनाम दिया गया।
पर्यवेक्षक श्रीमति शशि रैदास बताया,”IFA टेबलेट, गर्भावस्था का खानपान, जन्म के 1 घंटे के भीतर स्तनपान, 6 माह तक केवल स्तनपान और 6 माह बाद ऊपरी आहार की आवश्यकता पर बल दिया साथ ही इन बातों का उच्चारण गर्भवती महिलाओं से भी करवाया”।
जनपद सदस्य भाना ठाकुर ने कहा, “मेरी सभी ग्रामीणों से अपील है कि इस तरह के महिलाओं के जागरुकता से सम्बंधित आयोजनों में सहयोग अवश्य करें । इसके अलावा कोरोना वायरस सहित अन्य बीमारियों से बचाव के लिए मास्क व आपस में शारिरीक दूरी रखते हुए साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही।“
इसी तरह जनपद सदस्य अजय वैष्णव ने कुपोषण मिटाने के लिये किए जा रहे उपायों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “कुपोषण भगाने के लिए जनभागीदारी बहुत जरूरी है। इसके लिए महिला बाल विकास विभाग की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेकर कुपोषण व एनिमिया मुक्त गांव बनाया जा सकता है।“सरपंच श्रीमति निषाद द्वारा गांव में कुपोषण दूर करने हेतु आवश्यक सहयोग देने की बात कही गयी । उन्होंने कहा, “आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र में कुपोषण की लड़ाई के लिये सतत् प्रयासरत है। गंभीर कुपोषित बच्चों के पालकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पोषण पुर्नवास भेजें, ताकि बच्चे का शारीरिक, मानसिक विकास हो सके।“
महिलाओं का गोद भराई व बच्चों का अन्नप्राशन रस्म अदा-
इस मौके पर ग्राम महमरा व गनियारी की महिलाओं में हीरु सेन, टीमन सेन, गिरजा सेन, टोमेश्वरी साहू, दिप्ति साहू, धनेश्वरी साहू, रितु साहू , धनेश्वरी निषाद, लाकेश्वरी निषाद, रेवती यादव, दुर्गा ठाकुर, खेमलता निषाद की गोदभराई की रस्म अदा की गई। शिविर में ग्राम अन्नप्राशन कार्यक्रम के तहत देवांश, भावेश, जिज्ञान्सु, हिमांशु, खियांशी, सौम्या व दिव्यांशु , वाणी ठाकुर, नंदिनी निषाद व प्रियांशी चक्रधारी को खीर खिलाया गया। साथ ही किशोरी बालिकाओं की रंगोली प्रतियोगिता में ममता निषाद, नेहा देवदास व सुमन यादव और यूनिशा निषाद, हिमानी निषाद, रानी सहारे विजेता रहीं, महिलाओं की मोमबत्ती जलाओं प्रतियोगिता में श्रीमति सुनिता साहू, गिरजा सेन व सुलोचना साहू विजेता रहीं। कुर्सी दौड़ में ज्योति ठाकुर, बसंत देवांगन, लीला निषाद विजेता रहीं। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान में लक्षित बच्चे, एवं कम वजन के बच्चों की माता को सुपोषण किट और मास्क वितरण किया गया।
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