भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में सुशासन के लिए ‘रुटीन गवर्नेंस’ और ‘फोकस्ड एजेंडे’ दोनों पर कार्य किया जाए। एक तरफ जहां जनता के रोजमर्रा के कार्य बिना किसी बाधा के सुगमता से हों वहीं आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश व शासन की प्राथमिक वाले विषयों पर नियमित रूप से कार्रवाई हो। सी.एम. डैशबोर्ड के माध्यम से शासन के सभी विभागों की निरंतर मॉनीटरिंग एवं रैंकिंग की जाएगी तथा अच्छा कार्य करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने आज प्रदेश के सभी कमिश्नर्स, आई.जी., कलेक्टर्स, पुलिस अधीक्षक आदि के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के प्रथम सत्र में कार्यों की समीक्षा की। वी.सी. के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के पोर्टल का शुभारंभ किया। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डी.जी.पी श्री विवेक जौहरी तथा सभी संबधित उपस्थित थे।
सुशासन की परिभाषा बताई
मुख्यमंत्री चौहान ने सुशासन की परिभाषा बताते हुए कहा कि सुशासन का अर्थ है ‘जनता को बिना लिए-दिए समय पर शासन द्वारा दी जाने वाली समस्त सुविधाओं का लाभ मिलना चाहिए।’ हमारा लक्ष्य है प्रदेश की जनता को सुशासन देना। हमें जनता का कार्य करने के तरीके निकालने हैं न कि कार्य न करने के बहाने तलाशने हैं।
आप शासन के प्रतिनिधि हैं
मुख्यमंत्री चौहान ने कमिश्नर्स-आई.जी., कलेक्टर्स-पुलिस अधीक्षकों से कहा कि ‘आप शासन के प्रतिनिधि हैं अत: अपने क्षेत्र में सुशासन सुनिश्चित करना आप सभी की जिम्मेदारी है। जनता एवं जनप्रतिनिधियों के साथ निरंतर संवाद रखें।’
आत्मनिर्भर पोर्टल पर पूरी जानकारी
मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश पोर्टल पर आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का सभी विभागों का रोडमैप तथा सभी विभागों की विभागवार एवं जिलावार जानकारी अपलोड की गई है। इसके साथ ही समस्त आवश्यक जानकारियों एवं सूचनाओं को भी प्रदर्शित किया गया है।