भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि किसानों को बिना बाधा के विद्युत सप्लाई, आम लोगों से बकाया देयकों की वसूली और बिजली चोरी रोकने के कार्य प्राथमिकता से किए जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नगारिकों को विद्युत की बचत के लिए भी प्रेरित किया जाए। बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ट्रांसफॉर्मर्स में सुधार की कार्रवाई भी प्राथमिकता से की जाए और गुणवत्ता से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाए। विद्युत उपभोक्ताओं को उत्कृष्ट सेवाएं मिलना चाहिए। विद्युत पोल और विद्युत लाईन की तार झूलने जैसे दृश्य कहीं दिखाई नहीं देना चाहिए। समय-सीमा में सोलर पम्प स्थापना के कार्य पूर्ण किए जाएं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सिंचाई के लिए किसानों को सौर ऊर्जा जैसे वैकल्पिक साधनों के उपयोग के लिए मार्गदर्शन देकर सहयोग किया जाए। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि विद्युत केन्द्रों के शुभारंभ अवसर पर जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने ओंकारेश्वर में प्रस्तावित 600 मेगावॉट के फ्लोटिंग सोलर प्लांट के लिए की गई कार्रवाई की जानकारी प्राप्त की। प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे ने बताया कि इस ऊर्जा परियोजना के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण पूरा कर लिया गया है। विश्व बैंक, आई.एफ.सी और पावर ग्रिड से योजना में सहयोग की अनुमति प्राप्त हुई है। बैठक में मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।
ऊर्जा विभाग द्वारा प्रस्तुत प्रेजेंटेशन के संदर्भ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की ऊर्जा मंत्री एवं मुख्य सचिव से विचार विमर्श के बाद पुन: प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया जाए