विधायक विकास उपाध्याय ने महादेव घाट का फिर से जायजा लेकर तैयारियों को अन्तिम रूप दिया
रायपुर। पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय हिन्दू पंचांग के पवित्र कार्तिक माह के पूर्णिमा पर पूण्य स्नान करने की मान्यता एवं छत्तीसगढ़ी परंपराओं को संरक्षित बनाये रखने हर वर्ष की तरह इस बार भी महादेव घाट के किनारे हटकेश्वर महादेव के 600 साल पुराने स्थल में खारून नदी पर ब्रह्म मुहुर्त में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के विशेष उपस्थिति में कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए स्नान करने की पूरी तैयारी को आज अन्तिम रूप दिया एवं कहा कि इस बार शासन के नियमों के अनुसार मेले का आयोजन नहीं होगा।
विधायक विकास उपाध्याय सुबह 4ः30 बजे पवित्र कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर महादेव घाट के खारून नदी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विशेष उपस्थिति में ब्रह्म मुहुर्त पर आस्था की डूबकी लगाए जाने को लेकर पूरे परिसर का आज जायजा लेते हुए तैयारियों को अन्तिम रूप दिया। विकास उपाध्याय ने बताया पूरे परिसर एवं मंदिर को सेनेटाईज करवा लिया गया है, वहीं अन्य आपातकालीन व्यवस्थाओं की भी व्यवस्था कर ली गई है। इस बार कोविड-19 के चलते नियमों का पालन करने रात्रिकालिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन को भी निरस्त कर दिया गया है, वहीं इस बार पहली बार ऐसा होगा जब महादेव घाट में मेले का भी आयोजन नहीं होगा।
विकास उपाध्याय ने कहा कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा एवं सोच रही है कि छत्तीसगढ़ की परंपराओं एवं मान्यताओं को जीवित रखा जाना नितांत जरूरत है। इसी के चलते प्रचलित कार्तिक पूर्णिमा के ब्रह्म मुहुर्त पर स्नान और पूजा कर हटकेश्वर महादेव का महाआरती स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हर वर्ष महादेव घाट पहुंचकर कर रहे हैं जो इस बार भी मुहुर्त के अनुसार संपन्न होगा। उन्होंने बताया महादेव घाट स्थित ऐतिहासिक हटकेश्वर महादेव का धार्मिक स्थल 600 साल से भी अधिक पुराना है और यह परंपरा 1428 से चले आ रही है, जिसे फिर से जीवित करने का काम हम लोगों ने किया है। राजा ब्रह्मदेव ने इसकी शुरूआत 600 साल पहले की थी और छत्तीसगढ़ में इतने लंबे इतिहास का होना छत्तीसगढ़ वासियों के लिए गर्व की बात है। सुबह 4ः30 बजे ब्रह्म मुहुर्त में इसकी शुरूआत कर महाआरती एवं पूजा कर छत्तीसगढ़ के लिए सुख समृद्धि की कामना की जाएगी।