छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है जहाँ मितानिन कार्यक्रम की शुरूआत हुई – विकास उपाध्याय
रायपुर। विधायक एवं संसदीय सचिव विकास उपाध्याय आज मितानिन दिवस के अवसर पर पश्चिम विधान सभा के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित मितानिन सम्मान समारोह में सम्मिलित होकर मितानिनों को श्रीफल, साड़ी और कंबल देकर सम्मानित किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य देश का ऐसा पहला राज्य है जहाँ मितानिन कार्यक्रम शुरू किया गया जिसे भारत सरकार ने उसी तर्ज पर अमल करते हुए आशा की नियुक्ति की।
विधायक विकास उपाध्याय ने मितानिन दिवस पर आयोजित उनके सम्मान समारोह में संबोधित करते हुए कहा कि छ.ग. प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में अब तक जितनी भी उपलब्धियाँ रही हैं उनके पीछे महत्वपूर्ण श्रेय मितानिन कार्यक्रम को जाता है। मितानिनों के निःस्वार्थ सेवा और मेहनत के फलस्वरूप ही मितानिन कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण का पूरे देश एवं प्रदेश में सबसे शानदार उदाहरण है। उन्होंने आगे कहा मितानिन ही हैं जो बच्चों को टीका लगाने से लेकर गर्भवती महिलाओं की देखरेख करना, अस्पताल ले जाना, जच्चा-बच्चा को स्वस्थ रखने के लिए पोषण आहार संबंधी जानकारी देने का काम जिम्मेदारी से किया जाना जैसी छोटी से छोटी जरूरतों को पूरा करने का काम मितानिनों द्वारा किया जाता है। विकास उपाध्याय ने कहा छ.ग. देश का पहला राज्य है जहाँ मितानिन कार्यक्रम की शुरूआत की गई और इसी तंज पर इसका अनुसरण करते हुए भारत सरकार ने आशा की नियुक्ति की। जिसके कारण मितानिन कार्यक्रम को देश भर में आशा के नाम से भी जाना जाता है।
विधायक विकास उपाध्याय मितानिनों के सम्मान समारोह में सम्मिलित होकर उन्हें श्रीफल, शाॅल, साड़ी और कंबल उपहार स्वरूप भेंट कर उनका सम्मान किया। पश्चिम विधान सभा के ठक्कर बापा वार्ड गुढ़ियारी, शिवानंद नगर खमतराई, कोटा, रामनगर, डंगनिया, मंगल बाजार सामुदायिक भवन सहित विभिन्न आयोजनों में सम्मिलित होकर सैकड़ों मितानिनों को सम्मानित किया एवं उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इस तरह के मितानिनों के कार्यक्रमों में वे लगातार आते रहेंगे एवं शासन द्वारा समय-समय पर मितानिनों के लिए आवश्यक योजना लाने वे प्रयास करेंगे। विधायक ने कहा लोगों के स्वास्थ्य को लेकर जो बहने अपना पूरा समय न्योछावर कर रहीं हैं उनके हर समस्या के लिए उनका द्वारा हमेशा खुला रहेगा।