बलौदा बाजार/पलारी – मानव शरीर तो नश्वर होता ही है तभी तो कबीर साहेब जी ने अपनी दोहा में लिखा है कि करिए नीत सत्संग को बाधा सकल मिटाय ,ऐसा अवसर ना मिले दुर्लभ नर तन पाय ,इस कहावत को चरितार्थ करते हुए पलारी निवासी ओम प्रकाश वर्मा एवं उनकी धर्मपत्नी अनीता वर्मा ने देह दान करते हुए अनुकरणीय पहल की श्री ओम प्रकाश वर्मा वर्तमान में सरस्वती शिशु मंदिर पलारी में आचार्य के पद पर कार्यरत है एवं संगीत के क्षेत्र में चाहे वह सुगम संगीत हो शास्त्री संगीत हो एवं संगीत के क्षेत्र में महारत हासिल है !श्री वर्मा ने देहदान की प्रक्रिया पूरी करते हुए इसे अपनी माता पिता एवं अपने दोनों बच्चियों की प्रेरणा से किया !
इस अनुकरणीय कार्य को डॉक्टर प्रोफेसर मानिक चटर्जी, डॉ मनीष श्रीवास्तव एवं चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के एनाटॉमी विभाग के डॉक्टर पीके बंजारे की उपस्थिति में दिनांक 11/11/ 2020 को पूर्ण किया !इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के उपरांत डॉ मनीष श्रीवास्तव ने इसे अनुकरणीय पहल बताते हुए कहा कि एक मानव शरीर की दान से 100 डॉक्टर प्रशिक्षण लेकर डॉक्टर बनते हैं अर्थात इस वर्मा दंपति ने हमारे देश को 200 डॉक्टर बनाने की प्रक्रिया पूरी की! इसके लिए डॉक्टर मनीष श्रीवास्तव ने समस्त डॉक्टर परिवार छत्तीसगढ़ की ओर से ओम प्रकाश वर्मा एवं अनीता वर्मा को बधाई एवं शुभकामनाएं दी!
श्री वर्मा ने आगे बताया कि देह दान उपरांत जानकारी होने पर अंचल के बुद्धिजीवी एवं कलाकारों ने बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित कर मेरी मनोबल को बढ़ाया इसके लिए मैं सभी को धन्यवाद ज्ञापित करता हूं।