शिक्षा प्रोत्साहन योजना में कक्षा 10वीं और 12वीं में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंकों से उत्तीर्ण 4 हजार छात्र-छात्राओं के खाते में अंतरित की गई
8 करोड़ 53 लाख रूपए से अधिक राशि
मेधावी छात्र-छात्रा पुरस्कार योजना में विद्यार्थियों को दी गई
75 लाख रूपए से अधिक प्रोत्साहन राशि
रायपुर, 19 नवम्बर 2020/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती के अवसर पर अपने निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में प्रदेश के तेंदूपत्ता संग्राहकों के प्रतिभाशाली बच्चों को शिक्षा प्रोत्साहन राशि का ऑनलाइन वितरण किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने शिक्षा प्रोत्साहन योजना और मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार योजना के तहत कुल 4 हजार मेधावी विद्यार्थियों के खाते में 8 करोड़ 53 लाख 2 हजार रूपए की राशि अंतरित की। उन्होंने इस अवसर पर सुकमा, कांकेर, नारायणपुर, कोरिया, कवर्धा सहित विभिन्न वन मंडलों के लाभान्वित मेधावी छात्र-छात्राओं से बातचीत कर उन्हें श्रीमती गांधी के जीवन से प्रेरणा लेकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में वनवासी, आदिवासी सहित तेन्दूपत्ता तथा लघु वनोपजों के संग्राहकों के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। तेन्दूपत्ता आदिवासी और वन आश्रित परिवारों की आय का बहुत बड़ा माध्यम है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में तेन्दूपत्ता संग्राहकों को बेहतर आय दिलाने के लिए एक ओर हमने संग्रहण पारिश्रमिक दर 2500 रूपए प्रतिमानक बोरा से बढ़ाकर 4000 रूपए प्रति मानक बोरा किया। वहीं दूसरी ओर राज्य में 12 लाख से अधिक तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों की सामाजिक सुरक्षा के लिए भी ठोस कदम उठाये गए है। कन्द्र सरकार ने जब इनकी बीमा योजना बंद कर दी तो हमने राज्य सरकार की ओर से शहीद महेन्द्र कर्मा के नाम पर तेन्दूपत्ता संग्राहक समाजिक सुरक्षा योजना शुरू की। जिसमें बीमा प्रीमियम की राशि की छूट भी मिल गई और उन्हें शीघ्र दावा भुगतान की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि तेन्दूपत्ता संग्राहक परिवारों के बच्चों का भविष्य संवारना भी सरकार की जिम्मेदारी है। इसी कड़ी में उन्हें शिक्षा प्रोत्साहन राशि देकर लाभान्वित किया जा रहा है।
इस अवसर पर वनमंत्री श्री मोहम्मद अकबर ने संबोधित करते हुए कहा कि राज्य में वनवासियों को रोजगार के भरपूर अवसर उपलब्ध कराये जा रहे है। साथ ही उनके हित में सामाजिक सुरक्षा योजना, शिक्षा प्रोत्साहन योजना आदि अनेक कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। कार्यक्रम को संसदीय सचिव श्री शिशुपाल सोरी, संसदीय सचिव श्री चन्द्रदेव राय ने भी संबोधित किया।
उल्लेखनीय है कि शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत शैक्षणिक वर्ष 2019-20 में कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 75 प्रतिशत या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले तेंदूपत्ता संग्राहकों के प्रतिभाशाली बच्चों के खाते में 8 करोड़ 4 लाख 10 हजार रूपए की राशि अंतरित की गई। इस योजना में कक्षा 10वीं उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं को 15 हजार रूपए तथा कक्षा 12वीं में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को 25 हजार रूपए शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत दिया जाता है।इसी तरह मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार योजना के तहत शैक्षणिक वर्ष 2019-20 हेतु छात्र-छात्राओं के खाते में 75 लाख 4 हजार 500 रूपए की राशि अंतरित की गई। इस योजना में प्रत्येक प्राथमिक वनोपज समिति क्षेत्र में प्रत्येक वर्ष कक्षा 8वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार के तहत 2000 रूपए, कक्षा 10वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 2500 रूपए तथा कक्षा 12वीं में सबसे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी को 3000 रूपए की पुरस्कार राशि दी जाती है। यह पुरस्कार प्राथमिक वनोपज समिति क्षेत्र के अंतर्गत एक छात्र तथा एक छात्रा को प्रदान किया जाता है। इस अवसर पर विधायक श्रीमती अनिता शर्मा, विधायक श्री अनूप नाग, मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री विनोद वर्मा, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव वन श्री मनोज पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी, प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री राकेश चतुर्वेदी, प्रबंध संचालक श्री संजय शुक्ला, प्रबंध संचालक श्री एस.एस. बजाज, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरूण पाण्डेय, मुख्य वन संरक्षक श्री जे.आर. नायक तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।