वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन
हैदराबाद, 11 नवंबर, 2020: देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक तथा नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में उत्पादन तथा बिक्री में क्रमश: 13% तथा 14% की वृद्धि के साथ प्रचालन का एक और सुदृढ़ प्रदर्शन किया। कोविड तथा छत्तीसगढ़ में निरंतर मानसून की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद एनएमडीसी उत्पादन तथा बिक्री में गत वर्ष की इसी अवधि के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर सका। इस तिमाही में एनएमडीसी ने लौह अयस्क का 5.64 मिलियन टन उत्पादन किया तथा 6.60 मिलियन टन बिक्री की। एनएमडीसी का कारोबार 2020-21 की दूसरी तिमाही में रूपए 2230 करोड़ रहा जो कि गत वर्ष की इसी अवधि में रूपए 2242 करोड़ था। एनएमडीसी का कर-पूर्व लाभ 2020-21 की दूसरी तिमाही में रूपए 1063 करोड़ है जो 2019-20 की दूसरी तिमाही के दौरान रूपए 1080 करोड़ था जो 2% की कमी दर्शाता है। वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में कर-पश्चात लाभ रूपए 774 करोड़ रहा जो वित्त वर्ष 2019-20 की दूसरी तिमाही के रूपए 703 करोड़ पर 10% की वृद्धि दर्शाता है।
वित्त वर्ष 2021 की पहली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही में वृद्धि इस प्रकार रही :
· लौह अयस्क की बिक्री में 5%
· टर्नओवर में 15%
· कर-पूर्व लाभ में 40%
· कर-पश्चात लाभ में 45%
· ईबीआईटीडीए में 35%
विवरण | वर्तमान वर्ष की दूसरी तिमाही बनाम गत वर्ष की दूसरी तिमाही | वर्तमान वर्ष की दूसरी तिमाही बनाम वर्तमान वर्ष की पहली तिमाही | ||
उत्पादन (एमटी) | 5.64 | 5.01 | 5.64 | 6.61 |
बिक्री (एमटी) | 6.60 | 5.82 | 6.60 | 6.28 |
टर्नओवर(करोड़ रूपए) | 2230 | 2242 | 2230 | 1938 |
कर-पूर्व लाभ(करोड़ रूपए) | 1063 | 1080 | 1063 | 759 |
कर-पश्चात लाभ (करोड़ रूपए) | 774 | 703 | 774 | 533 |
ईबीआईडीटीए (करोड़ रूपए) | 1118 | 1188 | 1118 | 826 |
वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छ:माही में देश में लौह अयस्क का उत्पादन गत वर्ष की इस अ वधि की तुलना में 47% कम हुआ है जबकि एनएमडीसी ने उद्योग से बेहतर प्रदर्शन किया है तथा इसके उत्पादन में मात्र 9% की कमी आई है। एनएमडीसी ने 2020-21 की पहली छ:माही में भारत के कुल लौह अयस्क उत्पादन का लगभग 16% उत्पादन किया है।
श्री सुमित देब, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने समग्र रूप से परिणामों पर संतोष व्यक्त किया तथा कहा कि “एनएमडीसी का उत्पादन हमारी पुनर्निधारित नीतियों तथा संसाधनों के अभिष्टम उपयोग पर ध्यान केंद्रित करने के कारण विपरीत परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद निर्बाध रूप से जारी रहा जिसके कारण इस तिमाही में भी प्रचालन में मजबूती बनी रही। एनएमडीसी में हमने लागत को कम करने के लिए, उत्पादन बढ़ाने तथा न्यूनतम संसाधनों के साथ लाभप्रदता को अधिकतम बनाने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। हमें आशा है कि आगामी दो तिमाहियों में हम उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे तथा उत्पादन में नए रिकार्ड बनाएंगे।”