रायपुर/09 नवंबर 2020। भाजपा के प्रशिक्षण सत्र में वरिष्ठ भाजपा नेता ननकीराम कंवर द्वारा उठाये गये सवाल ‘‘15 साल अच्छे काम किये तो हारे क्यो?‘‘ ने भाजपा और रमन एंड कंपनी को एक बार फिर से आईना दिखाया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि रमन सिंह के 15 साल के भ्रष्टाचार और कुशासन के कारण जनता ने भाजपा को विधानसभा चुनाव में नकारा था। इसके बावजूद भाजपा के कुछ नेता जबरिया रमन सिंह और उनके कार्यो का गुणगान कर भाजपा की बची खुची साख भी मिटाने में लगे है। इसीलिये स्पष्टवादिता और बेबाकी के लिये मशहूर भाजपा के ही वरिष्ठ नेता ननकीराम कंवर ने यह बड़ा सवाल खड़ा कर यह बता दिया कि रमन राज में प्रदेश का कितना बड़ा नुकसान हुआ था। अपने सरकार के जिस कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार को रायगढ़ की भाजपा कार्य समिति की बैठक में स्वयं रमन सिंह ने स्वीकारा था। उसी सरकार की झूठी तारीफ में यदि अजय चंद्राकर जैसे नेता कसीदे पढ़ेंगे तो ननकीराम जैसे वरिष्ठ नेता सवाल तो खड़ा करेंगे ही। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार के 15 साल छत्तीसगढ़ के इतिहास के झूठ, फरेब और वायदा खिलाफी कुशासन का काला अध्याय है। झलियामारी, नसबंदी कांड, अंखफोडवा कांड, गर्भाशय कांड ने प्रदेश के सर को शर्म से झुका दिया था। प्रदेश की जनता झीरम जैसा दुर्दांत नरसंहार कैसे भूल सकती है। रमन सिंह के कुशासन और अकर्मण्यता के कारण ही नक्सलवाद छत्तीसगढ़ 3 ब्लाक से निकलकर 14 जिलो तक पहुंच गया था। 2003 के चुनाव में हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध देने वाली गाय का वायदा भाजपा और रमन सिंह ने तीन बार 15 साल तक सरकार चलाने के बाद भी नही किया था। 2003 में प्रदेश के हर बेरोजगार युवा को 500 रूपये बेरोजगारी भत्ता देने का भी वायदा भाजपा ने किया था, 15 साल तक नही दिया था। किसानो को पूरे 5 साल धान पर 300 रूपये बोनस देने का वायदा कर भाजपा मुकर गयी थी। 2100 रूपये धान का समर्थन मूल्य देने का वायदा भाजपा ने कभी पूरा नही किया। भाजपा ने किसान, गरीब, आदिवासी सभी को धोखा दिया था। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज प्रदेश में वायदो को पूरा करने वाली सरकार बनी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानो का कर्ज माफ किया। धान की खरीदी 2500 रूपये में की गई। राजीव गांधी किसान न्याय योजना, नरवा, गरवा, घुरवा, बारी गोधन न्याय योजना के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था खेती किसानी को मजबूत किया गया। 400 यूनिट तक बिजली के दाम आधे किये गये, युवाओं के लिए सरकारी नौकरी की बंद पड़ी भर्तिया शुरू की गयी। तेंदूपत्ता संग्रहण की राशि 2500 से बढ़ाकर 4000 रू. किया गया। वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदने की व्यवस्था की गयी। पिछले 23 माह में छत्तीसगढ़ विकास और विस्तार के रास्तें पर चल रहा है। ऐसे में भाजपा के नेता अपनी ही पार्टी के प्रशिक्षण कार्यक्रम में झूठ बोलेंगे तो उन्हें अपने ही लोगों का विरोध सहना पड़ेगा, जैसा अजय चंद्राकर को ननकी राम के विरोध का सामना करना पड़ा।