रायपुर/13 मार्च 2020। अपनी पार्टी भाजपा में लगातर उपेक्षा के शिकार हो रहे अनुभवी भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि बृजमोहन अग्रवाल जी बतायें कि लालकृष्ण आडवानी, मुरली मनोहर जोशी, यशवंत सिन्हा, शत्रुघन सिन्हा, अरूण शौरी, संजय जोशी का उनकी पार्टी भाजपा ने कितना सम्मान किया है? विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की उनके अंतिम समय में कितनी उपेक्षा भाजपा ने की। यह पूरा देश जानता है। घोषित तौर पर मार्गदर्शक मंडल बना कर अपने वरिष्ठ नेताओं का अपमान की हद तक उपेक्षा करने वाली भाजपा के नेता कांग्रेस को सीख देने का अधिकार नहीं रखते हैं।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सरकार कैसे चलाते है और कैसे चलती है सरकार यह कांग्रेस भली भांति जानती समझती है। कांग्रेस को भाजपा से यह सीखने की आवश्यकता नहीं है। मंत्री टी.एस. सिंहदेव जी कांग्रेस के वरिष्ठ और मजबूत नेता है। वे भोपाल प्रवास पर थे और उनके रायपुर आने की सूचना न मिलने के कारण सूचना उन्हें नहीं दी जा सकी। इसमें राजनैतिक मायने तलाश रहे और कांग्रेस द्वारा उपेक्षा का आरोप लगा रहे बृजमोहन अग्रवाल जी की खुद की तो भाजपा में लगातार उपेक्षा हुयी है। उपेक्षा ही नहीं बृजमोहन जी के खिलाफ तो भाजपा में साजिशें भी हुयी है। कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाने वाले बृजमोहन अग्रवाल खुद अपनी भाजपा की सरकार में षड़यंत्र के शिकार बने। जलकी के कागज तो भाजपा सरकार ने ही पत्रकारों को दिये थे।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि दरअसल इस बयान के माध्यम से बृजमोहन अग्रवाल जी की स्वयं की पीड़ा फूट पड़ी है। एकात्म परिसर में जब नरेन्द्र मोदी पर्यवेक्षक बन कर आये थे और जो आगजनी हुई थी, मारपीट हुयी थी उसके बाद से बृजमोहन जी प्रभावशाली नेता होने के बावजूद लगातार भाजपा की राजनीति में हाशियें में बने रहे है। उपचुनावों के समय उन्हें बुलाया जाता है, उपयोग करके छोड़ दिया जाता है। मंत्रीमंडल में बृजमोहन अग्रवाल जी को मंत्री बनाकर विभाग सौप दिया जाता है लेकिन बृजमोहन जी के कार्यक्षेत्र अनुभव और क्षमता के मुताबिक भाजपा में उनका उपयोग नहीं हो रहा है। बृजमोहन अग्रवाल स्वयं भाजपा में उपेक्षा का शिकार है। बृजमोहन अग्रवाल की कांग्रेस के बारे में यह टिप्पणी उचित नहीं है।