राज्यपाल की वर्चुअल उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने प्रदेश की 30 विभूतियों और 3 संस्थानों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य अलंकरण से किया सम्मानित
राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने विभूषित लोगों को दी बधाई और शुभकामनाएं
रायपुर, 01 नवम्बर 2020/ राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके की वर्चुअल उपस्थिति में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य अलंकरण समारोह में 30 विभूतियों एवं 03 संस्थानों को उनकी विशिष्ट उपलब्धियों तथा उल्लेखनीय कार्यां के लिए छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण से विभूषित किया। राज्य अलंकरण समारोह आज रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय परिसर में आयोजित हुआ। राज्य अलंकरण सम्मान समाज सेवा, शिक्षा, चिकित्सा सहित 24 क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों एवं विशिष्ट कार्यां के लिए प्रदान किए गए। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, प्रतिपक्ष के नेता श्री धरमलाल कौशिक, प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, मुख्य सचिव सहित वरिष्ठ अधिकारी एवं गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आदिवासी एवं पिछड़ा वर्ग के उत्थान, अहिंसा एवं गौरक्षा, खेल, महिला उत्थान, सहकारिता, उर्दू एवं संस्कृत भाषा की सेवा, तीरंदाजी, सामाजिक आर्थिक शैक्षणिक क्षेत्र में अभिनव पहल, साहित्य, लोक कला एवं शिल्प, संगीत एवं कला, कृषि, सामाजिक समरसता, पत्रकारिता, चिकित्सा, रचनात्मक लेखन, आदिवासियों की सेवा एवं उत्थान, श्रम, विधि, बुनकर एवं अपराध अनुसंधान के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यां के लिए राज्य अलंकरण दिया जाता है। राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य अलंकरण सम्मान प्राप्त लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी।
राज्य अलंकरण सम्मान 2020 के अंतर्गत श्री रूपराय नेताम को शहीद वीरनारायण सिंह सम्मान प्रदान किया गया। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्री रूपराय नेताम, ग्राम सरईटोला, धमतरी को अपने क्षेत्र के बच्चों को निःशुल्क ट्यूशन एवं 500 से अधिक बच्चों को शिक्षा से जोड़ने तथा आदिवासी संस्कृति के संरक्षण-संवर्धन हेतु विभिन्न आयोजन एवं झांकी के माध्यम से प्रचार-प्रसार करने के लिए शहीद वीरनारायण सिंह सम्मान से सम्मानित किया गया है।
इसी तरह बढ़ते कदम, रायपुर को ग्राम मुरेठी, मंदिर हसौद में घायल एवं बीमार गायों के लिए ‘बढ़ते कदम गौशाला’ के माध्यम से बीमार अथवा घायल गायों को गौशाला लाकर उपचार की व्यवस्था करने के लिए यति यतनलाल सम्मान, सुश्री आकर्षी कश्यप, दुर्ग को बैडमिंटन खेल में पोखरा, नेपाल में आयोजित साउथ एशियन गेम्स 2019 में स्वर्ण पदक प्राप्त कर राज्य को गौरवान्वित करने के लिए गुंडाधूर सम्मान से सम्मानित किया गया है।
दुर्ग की सुश्री शहाना कुरैशी को महिला उत्थान एवं जनजागृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए मिनी माता सम्मान, श्री बैजनाथ चन्द्राकर को सहकारी भावना को संबल प्रदान करने के लिए ठाकुर प्यारेलाल सिंह सम्मान, श्री हनीफ नजमी, धमतरी को उर्दू अदब के क्षेत्र में नई पीढ़ी को प्रोत्साहित करने, उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार तथा अपनी गजलों से गंगा-जमुनी तहजीब रचने की चाह को प्रतिष्ठित करने के लिए हाजी हसन अली सम्मान, श्री सर्वज्ञ सिंह मरकाम, बिलासपुर को राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त कर राज्य को गौरवान्वित करने के लिए महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव सम्मान से सम्मानित किया गया है।
आचार्य रमेन्द्र नाथ मिश्र, रायपुर को शिक्षा एवं इतिहास के क्षेत्र में महती शोध कार्य, शोध निर्देशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए पं. रविशंकर शुक्ल सम्मान, डॉ. सुशील त्रिवेदी, रायपुर को राज्य के साहित्यिक पुरोधाओं पर शोध-लेखन, संपादन, व्याख्यान, आयोजन के माध्यम से प्रतिमान रचने तथा श्री जीवन नाथ मिश्र, अम्बिकापुर को सरगुजा अंचल की विशेष पिछड़ी जनजाति, संस्कृति एवं पुरातत्व के क्षेत्र में शोध, लेखन, संपादन के महती साहित्यिक प्रयासों के लिए पं. सुंदरलाल शर्मा सम्मान से सम्मानित किया गया।
डॉ. भारती बंधु, रायपुर को कबीर गायन के क्षेत्र में योगदान के लिए चक्रधर सम्मान, श्री शिवकुमार ‘दीपक’, दुर्ग को अभिनय के क्षेत्र में फिल्मों और छत्तीसगढ़ी लोक कला की सेवाओं के लिए दाऊ मंदराजी सम्मान, श्री रूपसाय सलाम, रेमावंड, नारायणपुर को बस्तर की संस्कृति को पारंपरिक आदिम नृत्य शैली के माध्यम से विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित करने में सक्रिय रहते हुए गीत, संगीत, नृत्य और शिल्प की बहुमुखी उपलब्धियों के लिए दाऊ मंदराजी सम्मान से सम्मानित किया गया है।
श्री एनेश्वर वर्मा, पारागांव खुर्द, राजनांदगांव को उनके उन्नत कृषि की तकनीकी विधि, पशुपालन तथा उद्यानिकी फसलों के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिये डॉ. खूबचंद बघेल सम्मान, श्री रामाअवतार अग्रवाल, बिलासपुर को नगर निगम, बिलासपुर द्वारा संचालित सरकंडा श्मशान गृह के जीर्णोद्धार, उन्नयन और संचालन के लिए उल्लेखनीय वित्तीय सहयोग तथा ‘‘सिम्स’’ बिलासपुर में वातानुकूलित धर्मशाला का निर्माण और उनका संचालन करते हुए मरीजों को नाम मात्र शुल्क पर भोजन उपलब्ध कराने के लिए महाराजा अग्रसेन सम्मान से सम्मानित किया गया है।
श्री ब्रम्हवीर सिंह को हिन्दी प्रिंट मीडिया पत्रकारिता के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति, समृद्धि और विकास के संबंध में रचनात्मक लेखन के लिए चन्दूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार तथा सुश्री ममता लांजेवार को हिन्दी इलेक्ट्रानिक मीडिया पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए चंदूलाल चन्द्राकर स्मृति पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। डॉ. गौतम चंद जैन, रायपुर को आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा तथा शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए धन्वन्तरि सम्मान, श्री गौरव सलूजा, रायगढ़ को उन्नत और वैज्ञानिक तरीके से मत्स्य पालन करने तथा परिपूरक आहार उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए बिलासाबाई केंवटिन सम्मान, डॉ. कुमुद कान्हे, रायपुर को संस्कृत भाषा के शोध और शिक्षण में अभिनव प्रयास के लिए संस्कृत भाषा सम्मान, शंभू शक्ति सामाजिक सेवा संस्थान, ग्राम बांधा, जिला धमतरी को तीन लाख से ज्यादा मरीजों के निःशुल्क इलाज, परम्परागत वन औषधियों की खोज, आदिवासी महिलाओं में जागृति और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए डॉ. भंवर सिंह पोर्ते सम्मान से सम्मानित किया गया है।
इसी तरह श्री राजेन्द्र धोड़पकर को पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने विशिष्ट रचनात्मक लेखन और हिन्दी भाषा के प्रति समर्पण भाव से कार्य करके राष्ट्र का गौरव बढ़ाने पर पंडित माधवराव सप्रे राष्ट्रीय रचनात्मक सम्मान, अंबुजा सीमेंट लिमिटेड, भाटापारा, जिला बलौदाबाजार-भाटापारा को प्रौद्योगिकी एवं आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के प्रयासों के लिए महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव सम्मान, श्री हरीश मित्तल, एनटीपीसी लारा, रायगढ़ को श्रमिकों की सुरक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए महाराजा रामानुज प्रताप सिंहदेव सम्मान, श्री निर्मल शुक्ला, अधिवक्ता को विधि शैक्षणिक क्षेत्र में प्रशासन, अकादमिक लेखन के उल्लेखनीय योगदान के लिए बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान से सम्मानित किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा श्री विनोद चावड़ा, अधिवक्ता को भिलाई इस्पात संयंत्र में सुरक्षित भविष्य हेतु कार्य तथा महत्वपूर्ण लेखन के उल्लेखनीय योगदान के लिए बैरिस्टर ठाकुर छेदीलाल सम्मान, श्री राजेश देवांगन, चन्द्रपुर, जिला जांजगीर-चांपा को 20 वर्षों से हाथकरघा पर कोसा वस्त्र बुनाई और साड़ी पर विशिष्ट डायमंड डिजाइन के लिए एवं श्री मधुसूदन देवांगन, चन्द्रपुर, जिला जांजगीर-चांपा को हाथकरघा पर कोसा वस्त्र बुनाई और साड़ी पर विशिष्ट डिजाइन के लिए वर्ष 2016-17 के अंतर्गत संयुक्त रूप से स्व. बिसाहूदास महंत सर्वश्रेष्ठ बुनकर सम्मान से सम्मानित किया गया है। इस साल राज्य अलंकरण समारोह में रायगढ़ के श्री राजेश देवांगन को विगत 30 वर्षों से हाथकरघा पर वस्त्र बुनाई तथा सरना पूजा नृत्य की विशिष्ट डिजाइन एवं श्री विरेन्द्र देवांगन, चन्द्रपुर, जिला जांजगीर-चांपा को विगत 35 वर्षों से हाथकरघा पर वस्त्र बुनाई एवं डिजाइन के लिए संयुक्त रूप से स्व. बिसाहूदास महंत सर्वश्रेष्ठ बुनकर सम्मान से सम्मानित किया गया है।
राजराजेश्वरी करूणामाता हाथकरघा प्रोत्साहन सम्मान श्री कृष्ण कुमार देवांगन, बिलाईगढ़, जिला बलौदाबाजार-भाटापारा को वस्त्र बुनाई, जाला डिजाइन संयोजन के लिए एवं श्री मनहरण देवांगन, चन्द्रपुर, जिला जांजगीर-चांपा को वस्त्र बुनाई, कॉटन साड़ी के बार्डर में सात सरा से फूल तथा फेरा के अंदर गुलाब बूटी जैसी विशिष्ट बुनाई के लिए संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। श्रीमती दिव्या शर्मा, उप निरीक्षक, रायपुर को विभिन्न आपराधिक प्रकरणों में उच्च स्तर की विवेचना करने की कर्तव्य परायणता के लिए पं. लखनलाल मिश्र सम्मान से सम्मानित किया गया।