अनूपपुर। एक तरफ तो कोरोना योद्धाओं पर कोरोना के शुरूआती दिनों में फूल बरसाकर उनके प्रति सम्मान जताया गया, वहीं दूसरी ओर अब उन्हें बाहर करने की तैयारी प्रशासन कर रहा है। राज्य सरकार ने कोरोना योद्धाओं को अब बाहर करने का अल्टीमेटम जारी कर कोरोना योद्धाओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा कर दिया है, हालत यह है कि नर्सिंग स्टाफ, फार्मासिस्ट, वार्ड ब्वॉय, लैब टेक्निशियनो को अब गुहार लगानी पड़ रही है।
संविदा नियुक्ति की मांग
जिला स्तर पर स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, वार्ड बॉय सहित विभिन्न पदों पर नियुक्ति की गई थी, जिसे अब प्रदेश सरकार जरूरत खत्म मान निकाल रही है, जिला स्तर पर लगभग 50-50 भर्तियां की गई थी, जो कि अब निकाले जा रहे है, जिसे लेकर कोविड-19 स्वास्थ संगठन अनूपपुर की जिला इकाई ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन देकर संविदा नियुक्ति देने की मांग रखी।
सम्मान की जगह किया जा रहा बाहर
कोरोना योद्धा जो दिन-रात कोरोना से जंग में लगे हैं, इनमें डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और अस्पताल के कर्मचारी ये सभी कोरोना संक्रमितों के सबसे ज्यादा और सीधे संपर्क में आते हैं। इस वजह से इनके संक्रमित होने का खतरा भी सबसे ज्यादा रहा, लोगों का कहना है कि इन्हें सम्मान के रूप में जहां प्रदेश शासन को स्थाई नियुक्ति देनी चाहिए थी, वहां इन्हें बाहर करना समझ से परे है। वहीं कर्मचारियों को कहना है कि विभाग में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है, यदि हम सब को संविदा नियुक्ति की जाए तो चिकित्सालयों की स्थिति सुधरेगी और हटाये जाने पर हम सब बेरोजगार हो जाएंगे।