उत्तर बस्तर कांकेर 24 फरवरी 2020ग्राम भिरावाही निवासी कक्षा 12 वीं तक शिक्षित गजेन्द्र कुमार नाविक अब आत्मनिर्भर बन चुका है। पढ़ाई के बाद वे रोजगार की तलाश में था, इसी दरम्यान उसे पता चला कि लाईवलीहुड कॉलेज गोविंदपुर में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण दिया जाता है। जानकारी मिलते हुए उन्होंने तत्काल लाईवलीहुड कॉलेज में संपर्क कर प्रशिक्षण कोर्स की जानकारी ली और इलेक्ट्रिशियन कोर्स में एडमिशन लेकर नियमित रूप से प्रशिक्षण लिया। उन्होंने घरेलु उपकरण, मोटर वाइंडिग, घरेलु विद्युत व्यवस्था इत्यादि का प्रशिक्षण लिया, साथ ही वाटर प्यूरीफायर का कार्य भी सीखा। परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद गजेन्द्र ने स्व-रोजगार का रास्ता चुना तथा वह अपने ही गांव में एक छोटी सी दुकान खोलकर घरेलु उपकरणों के साथ ही घरों में होने वाले विद्युत समस्याओं को भी सुधारने लगा, इससे उन्हें लगभग 6000 रूपये प्रति माह की आमदनी हो जाती है।
स्व-रोजगार मिलने के बाद गजेन्द्र को किसी पर आश्रित होना नहीं पड़ रहा है। रोजगार मिलने के बाद गजेन्द्र अपने आय के कुछ हिस्सा से परिवार को भी मदद करता है, जिससे उसके परिवार की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार आया है। भविष्य में वह अपने कार्य को और विस्तृत रूप देने की योजना बनाई है।
गजेन्द्र नाविक ने बताया कि पिता रिक्शा चालक, माता गृहणी और एक बहन के छोटे से परिवार में एकलौता बेटा है। पिता के रिक्शा चालन काम से होने वाली आमदनी से ही परिवार का गुजारा चलता था। पढ़ाई करने के बाद वह स्वयं भी स्थाई रोजगार की तलाश में था। लाइवलीहुड कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद रोजगार का साधन मिल गया है। उन्होंने अन्य बेरोजगार युवाओं को भी लाईवलीहुड कॉलेज में प्रशिक्षण प्राप्त कर आत्मनिर्भर बनने की सलाह दी है।